हनाेई शिखर वार्ता की विफलता के बाद किम जोंग के साथ एक और वार्ता को राजी हुए ट्रंप
हनोई शिखर वार्ता की विफलता के बाद एक बार फिर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से मिलने के लिए राजी हो गए हैं। बता दें कि हाल में ट्रंप और किम जोंग के बीच वियतनाम की राजधानी हनाई में हुई शिखर वार्ता बेनतीजा रही थी। ट्रंप का किम जोंग से तीसरी बार मिलने की खबर ऐसे समय आई है, जब हाल में अमेरिकी विशेषज्ञों ने दावा किया था कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु परीक्षण स्थल पर हलचल तेज कर दी है। उत्तर कोरिया के इस कदम से अमेरिका की चिंता बढ़ गई थी।
इस चिंता के बीच ही व्हाइट हाउस की ओर संकेत मिल रहे हैं कि ट्रंप और किम जोंग की जल्द एक और मुलाकात होगी। ट्रंप की इस पहल को इस कड़ी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि, इस वार्ता को लेकर समय और स्थान के बारे में अभी कुछ नहीं कहा गया है। अभी इस वार्ता की खबर को लेकर उत्तर कोरिया की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अमेरिकी के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने दाेनों नेताओं के बीच तीसरी वार्ता का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप का यह कदम उचित है। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं के बीच दोस्ताना संबंध हैं। बोल्टन ने कहा कि 26 व 27 फरवारी को हनाई वार्ता के बारे में कहा कि ऐसी चर्चा थी कि दोनों नेताओं के बीच यह वार्ता टूट गई है। लेकिन ऐसा नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने हनोई में न केवल उत्तर कोरिया के साथ अपने परमाणु कार्यक्रम पर बातचीत की, बल्कि चीन के साथ व्यापार रूस के साथ हथियार नियंत्रण को लेकर भी काफी अहम चर्चाएं हुईं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा हनोई में जो कुछ हुआ वह अमेरिकी हित में था। राष्ट्रपति ने उन्हीं शर्तों काे स्वीकार किया जो देश हित में जरूरी था।
इस बीच ट्रंप ने शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता में कहा कि किम से साथ उनके मधुर संबंध हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अगर वह ऐसा कुछ भी कदम उठाते हैं तो यह हमारे लिए चकित करने वाला होगा। ट्रंप ने कहा कि अभी जो खबरें आई हैं वह किम जोंग को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि किम ने आंशिक सौदे की पेशकश की थी। राष्ट्रपति ने स्पष्ट किया किया कि वह पिछले प्रशासन के समान गलतियां नहीं करना चाहेंगे।