Smriti Irani का हाथ देख बोले थे पंडित- ‘ये कुछ नहीं कर सकती’, भविष्यवाणी झुठलाकर राजनीति में पाया मुकाम
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं। रुझानों की बात करें तो अमेठी में स्मृति ईरानी आगे चल रही हैं और राहुल गांधी पीछे।
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे घोषित किए जा रहे हैं। पूरे देश में मोदी लहर साफ दिखाई दे रही है। गांधी परिवार की सीट अमेठी से बीते चुनाव की तरह इस बार भी स्मृति ईरानी बीजेपी प्रत्याशी हैं। वह राहुल गांधी के सामने मैदान में हैं। रुझानों की बात करें तो अमेठी में स्मृति ईरानी आगे चल रही हैं और राहुल गांधी पीछे। कभी टीवी सीरियल में बहू का किरदार निभाने वाली स्मृति ईरानी केंद्रीय मंत्री हैं। अपने इस लंबे सफर में स्मृति ईरानी ने कई उतार चढ़ाव देखे हैं। आज स्मृति ईरानी भले की एक चमकता हुआ सितारा हों मगर उन्होंने अपने करियर में काफी उतार चढ़ाव देखे। स्मृति राजनीति में आने से पहले टवी का एक बड़ा नाम थीं।
उन्हें एकता कपूर के सीरियल ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से घर घर में पहचान मिली। इस सीरियल के दौरान स्मृति को असली नाम के बजाय उनके किरदार के नाम तुलसी विरानी के नाम से जाननने लगे थे। आज के समय में स्मृति ईरानी मोदी सरकार के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ी हैं। क्या आपको पता है कि एक समय ऐसा था जब किसी पंडित ने स्मृति ईरानी की कुंडली देख कर यह भविष्यवाणी की थी कि यह वह अपने जीवन में कभी कुछ नहीं कर पाएंगी।
दरअसल, स्मृति जब छोटी थीं तो उनके माता-पिता ने अपनी बेटियों का भविष्य पता करने के लिए घर पर एक पंडित को बुलाया। पंडित ने जैसे ही कहा कि बड़ी लड़की (स्मृति ईरानी) का कुछ नहीं होगा तो स्मृति ने उन्हें चुनौती देते हुए कहा कि आज से 10 साल बाद आप मुझसे मिलना। यहां तक कि स्मृति के माता-पिता को भी नहीं मालूम था कि स्मृति के लिए कौन सा करियर अच्छा रहेगा। इन हालातों में स्मृति ने अपना बैग पैक कियाऔर मुंबई आ गईं। इस चुनौती के बाद स्मृति ने अभिनय की दिशा में अपना कदम बढ़ाया और ढेर सारी पहचान के बाद वह राजनीति में आ गईं।
स्मृति एक साधारण फैमिली से आती हैं, जिसमें उनके पिता एक छोटी सी कुरियर कंपनी चलाते हैं। स्मृति ईरानी ने 1997 में मिस इंडिया प्रतियोगिता के फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। स्मृति के दो प्यारे प्यारे बच्चे हैं। उन्हें हाल ही में अमेठी से बीजेपी प्रत्याशी बनाया गया है।