युवक को कुल्हाड़ी से काट उतारा मौत के घाट, मृतक की पत्नी पर बनाया सुलह का दबाव
नगराम थानाक्षेत्र में शराब बनाने और पीने के विरोध पर एक युवक की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई। सूचना के 13 घटे बाद मौके पर पहुंची नगराम पुलिस ने पड़ताल की, तब तक आरोपित भाग चुके थे। नगराम पुलिस के मुताबिक, एक महिला व उसके तीन बेटों के खिलाफ हत्या समेत अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज की गई है, दो आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। उधर, पुलिस पर मृतक की पत्नी पर सुलह का दबाव बनाने का आरोप है, जिस पर आक्रोशित ग्रामीणों ने नारेबाजी करते हुए गाव की सड़क जामकर प्रदर्शन किया।
ये है पूरा मामला :
नगराम के नौवाखेड़ा गाव निवासी सुखमीलाल (30) शनिवार की शाम मजदूरी करके वापस घर लौटा था। उसके साथ उसका साथी भी था। सुखमीलाल ने साथी के लिये खाना बनाने को कहा, लेकिन वह चला गया। साथी के जाने के बाद सुखमीलाल ने पत्नी को गाली देना शुरू कर दिया। पड़ोसी रामखेलावन को लगा कि सुखमीलाल उन्हें व उनके परिवार के लोगों को गाली दे रहा है। सुखमीलाल के परिवार के लोगों का आरोप है कि रामखेलावन व उनके परिवार के सदस्य शराब बनाते भी हैं और शराब पीकर अक्सर गालीगलौज भी करते हैं। जिसका सुखमीलाल विरोध किया करता था, इससे आरोपित उससे रंजिश मानते थे। शनिवार रात सुखमीलाल के गालीगलौज का विरोध करने पर रामखेलावन उसके भाई रामप्रसाद व लवकुश तथा उनकी मा कमला ने अचानक उस पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, घटना में सुखमीलाल को गंभीर चोटें आईं। ग्रामीणों ने दी पुलिस को सूचना :
ग्रामीणों ने पुलिस को 100 नंबर पर सूचना दी। जिसके बाद सुखमीलाल को 108 एंबुलेंस से सीएचसी मोहनलालगंज ले जाया गया। जहा से उसे ट्रामा सेंटर रेफर किया गया, लेकिन तब तक उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजन सुबह करीब चार बजे शव को घर ले आये और 100 नंबर पर दोबारा पुलिस को सूचना दी।
मृतक की पत्नी पर सुलह का दबाव :
मौके पर पहुंची पुलिस मृतक की पत्नी पर आरोपितों से सुलह का दबाव बनाने लगी। रविवार सुबह घटना के करीब 13 घटे बाद नगराम थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। जिसके बाद घटनास्थल पर मौजूद पुलिस ने नायब तहसीलदार निगोहा की मदद से पीड़ित परिवार को मुआवजे और आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन देकर शात कराया, तब जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका।
पहले लिखी आरोपितों की एनसीआर :
ग्रामीणों का आरोप है कि नगराम पुलिस ने हत्या की घटना में आरोपित पक्ष की सूचना पर पीड़ित पक्ष पर ही एनसीआर लिख ली थी। एनसीआर रविवार यानी 17 जून सुबह नौ बजे के पहले लिख ली गई थी और मृतक के घर पुलिस 11 बजे पहुंची। ग्रामीणों का कहना था कि मृतक सुखमीलाल के घर के पास खुलेआम अवैध शराब की भट्ठी चलती है, जिसमें पुलिस की भी मिलीभगत है। हमले में सुखमीलाल के पिता नन्हू भी घायल हुए हैं। सुखमीलाल की पत्नी सुशीला का आरोप है कि पुलिस विपक्षियों की मदद कर रही है। सुखमीलाल के परिवार में माता-पिता व पत्नी के अतिरिक्त चार बच्चे काजल (08), शुभम (06), पूजा (05) और शिवम (03) हैं।