नीली जर्सी पहनने को बेताब हैं पुजारा, कहा-नंबर चार की कमी काे कर सकता हूं पूरा
टेस्ट क्रिकेट के स्पेशलिस्ट चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि अगर उन्हें वनडे क्रिकेट में मौका मिलता हैं, तो वह नंबर चार पर खुद को साबित कर सकते हैं. उन्हाेंने कहा कि घरेलू क्रिकेट में छोटे फॉर्मेट में वे लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे हैं. टेस्ट क्रिकेट में भी ऐसा कर रहे हैं. अगर उन्हें मौका दिया गया तो, वनडे क्रिकेट में भी खुद को साबित करके दिखाएंगे.
भारत के इस स्टार बल्लेबाज ने साथ में यह भी कहा कि टीम में चुने जाना उनके हाथ में नहीं हैं. हालांकि, बतौर बल्लेबाज उनकी इच्छा तीनों फॉर्मेट में खेलने की हैं. उनमें ऐसा करने की क्षमता भी है. पुजारा ने कहा कि मुझमे अभी भी टीम इंडिया की नीली जर्सी पहनने की इच्छा बाकी है.
बता दें वर्ल्ड कप में नंबर चार भारतीय टीम की कमजोरी थी. सेमीफाइनल में टीम को इसकी काफी कमी भी महसूस हुई थी. लंबे समय से टीम की यह समस्या चल रही है. हालांकि, वर्ल्ड कप में केएल राहुल इस स्थान पर थे, लेकिन शिखर धवन के चोटिल होकर टूर्नामेंट से बाहर हो जाने के बाद वह उपर आ गए और यह स्थान खाली हो गया.
केएल राहुल के बाद विजय शंकर ने इस जगह को भरने की कोशिश की, लेकिन वह भी चोटिल हो गए और उनकी जगह ऋषभ पंत इस स्थान पर आए, लेकिन कोई भी बल्लेबाज इस स्थान को मजबूती नहीं दे पाया. कोच रवि शास्त्री ने टूर्नामेंट के बाद स्वीकार भी किया था टीम काे नंबर चार पर मजबूत बल्लेबाज की कमी खली.
पुजारा की नजर अब वेस्टइंडीज दौरे और टेस्ट चैंपियनशिप पर टिकी हुई हैं. उन्होंने कहा कि वह इस दौरे के लिए काफी मेहनत कर रहे हैं. तेज और उछाल वाली पिचों पर खेलने का वह अभ्यास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पहले टेस्ट सीरीज जीतने के लिए होता था कि आप तीन में से दो जीत जाओ और अगर एक हार भी गए, तो भी सीरीज आपने नाम हो जाती है, लेकिन हर मैच के अंक होंगे और टेस्ट चैंपियनशिप से इसकी लाेकप्रियता भी बढ़ेगी.