जब लखनऊ के जाम में फंसे सीएम योगी, मट्ठा फेंक भागे सीओ
लखनऊ, जिस शहर की ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार अफसरों को फटकार लगा चुके हैं सोमवार को खुद सीएम को उसका दंश झेलना पड़ा। लोकभवन से सरकारी आवास जाते समय मुख्यमंत्री का काफिला कैपिटल तिराहे से क्राइस्ट चर्च स्कूल के बीच जाम में फंस गया। सीएम के जाम में फंसने की सूचना से शासन-प्रशासन में हड़कंप मच गया।
दोपहर करीब 1:50 बजे मुख्यमंत्री का काफिला लोकभवन से कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास जा रहा था। इसी दौरान कैपिटल तिराहे से आगे आगे बढ़ते ही सड़क पर लगे वाहनों के कारण काफिला जाम में फंस गया। किसी तरह यहां से सीएम की फ्लीट निकली तो झलकारी बाई अस्पताल के पास और फिर रोवर्स रेस्टोरेंट व क्राइस्ट चर्च स्कूल के बाहर भी खड़े वाहनों के कारण रेंग-रेंगकर निकलना पड़ा।
मैसेज आते ही भागे अफसर
हजरतगंज चौराहे और ट्रैफिक बूथ में बैठे सीओ यातायात अखिलेश सिंह के वायरेस सेट पर मुख्यमंत्री के मूवमेंट का एकाएक मैसेज गूंजने लगा। मुख्यमंत्री को लोक भवन से हजरतगंज चौराहे और राजभवन रोड होते हुए आवास जाना था। इस दौरान स्कूलों में छुïट्टी के कारण यातायात का दबाव भी था। मैसेज गूंजते ही चौराहे पर खड़े पुलिस कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई। सीओ ट्रैफिक अखिलेश सिंह और पुलिस कर्मी का काफिला निकालने के लिए अन्य रूटों से आ रहे वाहनों को रोकने लगे।
मट्ठा फेंक भागे सीओ
सीओ यातायात अखिलेश सिंह चौराहे पर बने ट्रैफिक बूथ में बैठे मट्ठा पी रहे थे। एक टीएसआइ और दो कांस्टेबल भी थे। वायरलेस पर सीएम के निकलने का मैसेज गूंजते ही वह मट्ठे का ग्लास लेकर बाहर निकले और डीएसओ चौराहे की ओर भागे।
यहां अवैध पार्किंग के कारण हुई दिक्कतें
भाजपा मुख्यालय से लेकर त्रिलोकी नाथ रोड तक आधी से अधिक सड़क पर माननीयों के वाहन खड़े थे
झलकारी बाई अस्पताल के बाहर मरीजों के तीमारदारों के वाहन खड़े थे
रोवर्स के बाहर सड़क पर अवैध पार्किंग में गाडिय़ां खड़ी थीं।