आयकर विभाग की छापेमारी में कुलदीप बिश्नोई की 200 करोड़ की संपत्ति उजागर: सीबीडीटी
आयकर विभाग द्वारा हरियाणा कांग्रेस के नेता कुलदीप बिश्नोई और उनके परिवार के खिलाफ छापेमारी के बाद 200 करोड़ रुपये से अधिक की गुप्त विदेशी संपत्ति का पता चला है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
विभाग ने हरियाणा, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश में बिश्नोई से जुड़े 13 परिसरों की 23 जुलाई को तलाशी ली थी। सीबीडीटी ने देर रात जारी एक बयान में कहा कि यह समूह उन लोगों द्वारा नियंत्रित है, जिनकी दशकों से पड़ोसी राज्य में महत्वपूर्ण राजनीतिक उपस्थिति रही है और दशकों से जिम्मेदार राजनीतिक पदों पर काबिज रहकर भारी मात्रा में धन अर्जित किया है।
78 घंटे चली थी छापेमारी
78 घंटे 10 मिनट की कार्रवाई के बाद आयकर विभाग की टीम छापेमार कार्रवाई पूरी कर शुक्रवार दोपहर 1:10 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुई। टीम भव्य बिश्नोई को भी साथ लेकर गई। टीम और पुलिस की 10 गाड़ियों का काफिला विधायक कुलदीप के आवास से निकला और बिना रुके सीधे रवाना हो गया।
टीम अपने साथ बैगों में भरकर कागजात ले गई है। हालांकि टीम के सदस्यों ने गाड़ियां कोठी के अंदर लगवाईं और काफी देर तक अपनी तैयारी करते रहे। पुलिस की गाड़ियां भी पायलट करने के लिए बाहर मुस्तैदी के साथ तैयार हो गईं।
जैसे ही टीम रवानगी के लिए पूरी तरह तैयार हुई, वैसे ही गेट खोला गया और एक के बाद एक गाड़ियां बाहर निकलीं और सीधे दिल्ली के लिए रवाना हो गईं। आगे पीछे पुलिस की गाड़ियां थीं। हालांकि भव्य बिश्नोई अपनी गाड़ी में बैठे थे, लेकिन उनके साथ टीम के सदस्य भी थे।
लॉन-फर्श थे सही, कमरों में बिखरे थे कागजात
कुलदीप के आवास के अंदर का लॉन, फर्श और सीवरेज आदि सब ठीक-ठाक थे, लेकिन अंदर कमरों में कागजात बिखरे पड़े थे। जिस भी कमरे में देखो, वहां कागजों के ढेर लगे थे और अन्य सामान भी बिखरा पड़ा था। कोठी के अंदर बनाए कार्यालय की मेज और फर्श पर कागजों के ढेर लगे थे। वहीं कंप्यूटर रूम में भी मेज पर कागज बिखरे थे। कंप्यूटर हालांकि ठीक-ठाक था, लेकिन दराज खंगाली गई थीं। सर्वेंट क्वार्टरों में भी स्थिति यही थी। वहां की अलमारियों को खंगाला हुआ था और सामान बिखरा था।
23 जुलाई को शुरू हुई थी कार्रवाई
आयकर विभाग की टीम ने 23 जुलाई को सुबह सात बजे कुलदीप के सेक्टर-15 स्थित आवास, सिरसा रोड स्थित ऑटोमोबाइल एजेंसी और आदमपुर मंडी में आढ़त की दुकान व उसके ऊपर बने आवास पर एक साथ छापा मारा था। 23 जुलाई की रात करीब 10 बजे आदमपुर और एजेंसी की कार्रवाई पूरी हो गई थी, लेकिन उसी दिन से सेक्टर-15 स्थित आवास पर कार्रवाई जारी थी। यह कार्रवाई शुक्रवार दोपहर 1:10 बजे पूरी हुई।