सिद्धार्थनाथ ने मांगा अखिलेश या मुलायम का बंगला
पूर्व मुख्यमंत्रियों के आवास खाली करने का बवाल अभी थम नहीं पाया था कि उनको आवंटित कराने का घमासान तेज हो गया है। सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव को लिखी चिट्ठी में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव द्वारा खाली किए बंगलों में से किसी एक को उन्हें आवंटित करने का आग्रह किया है।सिद्धार्थनाथ का कहना है कि इस समय वह जिस सरकारी बंगले 19 गौतमपल्ली में रहते हैं, वह काफी छोटा है और वहां कैंप कार्यालय में स्टाफ व आगंतुकों के बैठने के लिए पर्याप्त स्थान नहीं है। इससे आम जनता को असुविधा भी होती है।
सिद्धार्थनाथ के पत्र में बंगला आवंटन की मांग
सिद्धार्थनाथ ने पत्र में बंगला संख्या-4 या 5, विक्रमादित्य मार्ग का उल्लेख करते हुए दोनों में से किसी एक को आवंटित करने की मांग की है। 4, विक्रमादित्य मार्ग अखिलेश यादव व बंगला संख्या 5, मुलायम सिंह यादव को आवंटित था। स्वास्थ्य मंत्री अपने बंगले 19, गौतमपल्ली में वर्षा में छत से पानी टपकने की शिकायतें करते रहे हैं। यह बंगला सपा सरकार में मंत्री रहे अभिषेक मिश्र को आवंटित था। आलीशान महल जैसे अखिलेश के बंगले को सजाने में सरकारी खजाने से 42 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च हुई थी। बंगले को खाली करते समय उसमें हुई तोडफ़ोड़ की जांच लोक निर्माण विभाग की एक कमेटी कर रही है।
अभी कोई फैसला नहीं
राज्य संपत्ति अधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह द्वारा लिखे गए पत्र से अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों से खाली हुए बंगलों के आवंटन को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकारी बंगले को खाली करने के बाद उसे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को आवंटित करने की सलाह दी थी। उन्होंने चुटकी भी ली थी कि बंगले पर कई मंत्रियों की निगाह है।
राजनाथ-कल्याण के बंगले पर भी नजर
अखिलेश व मुलायम सिंह के बंगलों के अलावा राजनाथ सिंह और कल्याण सिंह का आवास पाने के अरमान भी कई वरिष्ठ मंत्री व अधिकारी लगाए हैं। गौतमपल्ली में रह रहे एक अन्य कैबिनेट मंत्री का मन भी अपने आवास में नहीं लग रहा है। वरिष्ठता का हवाला देते हुए वह आवास बदलने का मौखिक आग्रह भी कई बार कर चुके हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बंगले पर उनकी निगाह लगी है। देखना है कि मंत्री के मंसूबे पूरे होते है या नहीं। सूत्रों का कहना है कि पांच कालिदास मार्ग पर ही आवास मिलने का सपना एक अन्य नेता भी संजोए हैं। प्रदेश सरकार में अहम भूमिका संभालने वाले माननीय अभी खुद को आवंटित आवास में भी नहीं गए।
वास्तु दोष के कारण घर नहीं जा रहे नेताजी
आवंटित आवास में वास्तु दोष के कारण प्रवेश करने से कन्नी काट रहे नेताजी को भरोसा है कि गृहमंत्री का खाली आवास उनके हिस्से आएगा। कल्याण सिंह के बंगले में भले ही चमक दमक अधिक नहीं हो परंतु उसको पाने की इच्छा रखने वाले भी कम नहीं। माल एवेन्यू स्थित कल्याण के बंगले को शुभ माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि इसी बंगले में रहते हुए कल्याण सिंह ने भले ही बुरे दिन बिताए हो लेकिन स्वास्थ्य बेहतर न होने के बावजूद राज्यपाल बनने का सफर भी यहीं से तय किया। मुलायम सिंह यादव के बंगले को लेकर भी कमोबेश ऐसी ही धारणा है। मायावती द्वारा खाली किए गए 13-ए बंगले को पाने की इच्छा कोई नहीं जता रहा है।