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2 सितम्बर से शुरु हो रहा है गणेश चतुर्थी पर्व , यहां घूमने का बना सकते हैं प्लान

गणेश चतुर्थी पर शुभ संयोग:

इस बार गणेश चतुर्थी पर लंबे समय बाद कई शुभ संयोग बनेंगे। इस साल गणेश चतुर्थी 2 सितंबर दिन   सोमवार से शुरु हो रही  है हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी का त्योहार मनाया जाता है। इसी तिथि पर भगवान गणेश का जन्म हुआ था।

बुद्धि, समृद्धि के देवता है गणेश :

गणेश चतुर्थी पर बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता भगवान गणेश की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है,  इस बार लोगों को शनिवार-रविवार-सोमवार तीन दिन की छुट्टी  मिल रही  है। ऐसे में आप दिल्ली से दूर कुछ सुंदर और प्राचीन मंदिर घूमने का भी  प्लान बना सकते हैं। ताकि गणपति पूजन भी हो जाए और घूमना  भी।

जयपुर के  दो प्रसिद्ध  मंदिर :

ऐसे में  हम आपको जयपुर के  दो प्रसिद्ध  मंदिरों के बारे में बताएँगे ।  गढ़गणेश मंदिर और मोती डूंगरी गणेश मंदिर। इन दोनों ही मंदिरों का अपना ही अलग  इतिहास और महत्व है। गढ़ गणेश मंदिर का निर्माण नाहरगढ़ की पहाड़ियों पर कराया गया है। इस मंदिर का निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई जयसिंह प्रथम ने कराया था।

मंदिर का निर्माण इस तरह कराया गया:

रोचक बात यह है कि इस मंदिर का निर्माण  महाराज जयसिंह परकोटे ऐसे कराया कि वह   अपने चंद्र महल से भगवान गणेश के दर्शन कर सकें। यह एक मात्र ऐसा मंदिर है, जहा  बिना सूंड वाले गणेशजी की प्रतिमा स्थापित है। यह मंदिर करीब 300 साल पुराना है।

राजस्थानी भाषा है डूंगरी:

राजस्थानी भाषा में डूंगरी का अर्थ होता है मोती। यहां शहर के बीच में एक छोटी-सी पहाड़ी स्थित है, जो किसी मोती की तरह है। इस कारण पहाड़ी को मोती डूंगरी कहा जाता है। इसकी चोटी पर प्राचीन शिव मंदिर स्थित है और निचले हिस्से पर गणपति बप्पा को समर्पित मंदिर।

 

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