अमरीका की राय कश्मीर मुद्दे पर
चीन के राजदूत लुओ झाओहुई ने भारत और पाकिस्तान के बीच एक समिट का आयोजन करने की बात का कही चीन को ये बिलकुल भी नागवार गुजरा है और खुद चीन ने इससे इंकार किया है इसी विवाद के बीच अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि कश्मीर पर हमारी नीति नहीं बदली है. हमारा मानना है कि कश्मीर पर किसी भी चर्चा की रफ्तार, गुंजाइश एवं प्रकृति का निर्धारण दोनों देशों को करना है.
महज दो दिन पहले एक कार्यक्रम में लुओ ने कहा था कि चीन-भारत-पाकिस्तान की त्रिपक्षीय समिट का आयोजन होना चाहिए. चीनी एंबेसडर ने सोमवार को बयान दिया कि हाल ही में भारत और पाकिस्तान शंघाई कॉरपोर्शन ऑर्गनाइजेशन (SCO) का हिस्सा बने हैं. ऐसे में ये मंच भारत और पाकिस्तान को करीब लाने में मदद कर सकता है. अब जब चीन सदा से ही पाक का हिमायती रहा है तो उसे खुद अपने ही राजदूत के इस बयान से एतराज है.
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग से जब लुओ के बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत एवं पाकिस्तान चीन के मित्र और पड़ोसी हैं. उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान और भारत सहित अपने सभी पड़ोसियों के साथ संबंध बनाए रखना चाहते हैं ताकि इस क्षेत्र के बेहतर विकास एवं स्थिरता के लिए हमारा सहयोग मजबूत हो सके.’