जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से संपर्क करने के लिए कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रही पाक सेना
भारतीय खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में कुछ कोड वर्ड्स का खुलासा किया है, जिसका इस्तेमाल पाकिस्तानी सेना और वहां की विभिन्न आतंकवादी समूहों द्वारा जम्मू और कश्मीर के आंतकवादियों से संपर्क साधने के लिए किया जा रहा था,
खुफिया जानकारी में बताया गया है कि बहुत उच्च आवृत्ति वाले रेडियो स्टेशनों द्वारा ‘कौमी तराना’ बजाकर भारत में एलओसी के नजदीक से सिगनल भेजे जा रहे थे, जिसका इस्तेमाल लश्कर , जैश और अल बद्र द्वारा जम्मू और कश्मीर में स्थानीय कैडर्स से संवाद के लिए भी किया जा रहा था। सूत्रों का कहना है कि एलओसी के नजदीक आतंकवादियों द्वारा वीएफएफ संदेश प्राप्त किए जा रहे हैं और इसे हिंसा करने तथा आसपास के गांव वालों को गुमराह करने के लिए फैला रहे हैं।
पाकिस्तान की सेना भी पीओके के एफएम ट्रांसमिशन स्टेशनों को एलओसी के करीब स्थानांतरित कर रही है। पाकिस्तानी सेना के 10 कार्प्स कमांडर ने इस काम को सिगनल कॉर्प को सौंपा है। सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान के इस कदम का उद्देश्य आतंकवादियों की भारत में घुसपैठ कराना है।