सरकार में 100 दिन पूरे होने पर बोले विदेश मंत्री जयसवाल- वैश्विक स्तर पर बुलंद हो रही भारत की आवाज
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में विदेश मंत्री के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद अपने पहले संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जयशंकर ने अपने मंत्रालय के कामकाज के 100 दिनों की उपलब्धियां गिनायीं। उन्होंने कहा कि इस अवधि में सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धियां राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति के लक्ष्यों के बीच मजबूत संबंध स्थापित करने की है।
केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि आज हम उस दौर में आ गए हैं जहां दुनिया पहले की तुलना में भारत को कहीं ज्यादा गंभीरता से सुन रही है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अगर आज आप जी20 और ब्रिक्स जैसे बहुपक्षीय मंचों पर होने वाली बड़ी बहसों को देखें, तो आप देखेंगे कि भारत की आवाज और भारत के पक्ष को पहले से कहीं बेहतर तरीके से सुना जा रहा है।
विदेश नीति के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, ‘प्रवासी आगे हैं और कई मायनों में हमारी विदेश नीति का एक अनूठा पहलू हैं। अमेरिका में भारती-अमेरिकी समुदाय की ओर से होने वाला बड़ा प्रवासी सम्मेलन इसके महत्व को प्रदर्शित करेगा।’ विदेश मंत्री ने कहा, ‘पिछले 100 दिनों में हम अफ्रीका में काफी सक्रिय रहे हैं। हम अपनी अफ्रीकी प्रतिबद्धताओं के मामले में सही रास्ते पर हैं। अफ्रीका में 18 दूतावास खोलने का काम चल रहा है।’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बहतरीन, मालदीव्स’, रूस दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि इन सौ दिनों में कई देशों के साथ हमारे संबंध मजबूत हुए हैं। उन्होंने आगे बताया कि हमारे लिए यह सम्मान की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी के ह्यूस्टन इवेंट के लिए अमेरिकी राष्ट्रमपति ट्रंप ने निमंत्रण को स्वींकार कर लिया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि हमारे एक पड़ोसी की ओर से अलग तरह की चुनौती है, यह तब तक ऐसा ही रहेगा जब तक वह सामान्य नहीं हो जाता और आतंक के खिलाफ कार्रवाई नहीं करता। कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने के प्रयासों को लेकर विदेश मंत्री ने कहा, ‘भारत की स्थिति मजबूत हुई हैं और इसके आंतरिक मामले भी मजबूत हो जाएंगे।’ उन्होंने कहा कि कश्मीर पर लोग क्या कहते हैं उसकी चिंता न करें, इस पर 1972 से भारत के लिए भविष्यवाणी की जाती रही है।