MBBS टॉपर वंदना ने की आत्महत्या, पिता ने भावुक होकर कहीं यह बात
दिल्ली के विजयनगर स्थित प्रताप विहार निवासी सैफई स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एमडी की छात्रा वंदना शुक्ला की मौत के मामले में पिता केके शुक्ला ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा बेटी वंदना काफी होनहार थी। वह कभी भी ऐसा कदम नहीं उठा सकती। वंदना के पैर पलंग से छू रहे थे और उसके कमरे में कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है ऐसे में साफ है कि वंदना की किसी ने हत्या की है।
वंदना के पिता केके शुक्ला भाजपा के पश्चिमी उत्तर पदेश के कार्यकारिणी सदस्य हैं। वह भाजपा के टिकट पर गोंडा की कर्नलगंज विधान सभासीट से दो बार विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। उनकी बेटी वंदना शुक्ला सैफई स्थित मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमडी में द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। उन्होंने बताया कि वह हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करती है। सोमवार को दोपहर से वंदना का फोन नहीं उठा तो उनके दादा व भाई सैफई के लिए रवाना हो गए थे। तब तक उन्हें वंदना की मौत के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
वंदना के परिजनों ने बताया कि सोमवार रात 11 बजे उनके पास फोन आया कि बेटी ने आत्महत्या कर ली है। सोमवार रात करीब 3:30 बजे दादा और उनका भाई हॉस्टल पहुंच गए। पुलिस ने शव को कमरे से निकाला। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर मंगलवार शाम करीब 4 बजे गाजियाबाद पहुंचे। शाम को हिंडन श्मशान घाट पर छात्रा का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
बता दे कि अंतिम संस्कार में उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री अतुल गर्ग, क्षेत्रीय अध्यक्ष अश्वनी त्यागी, मुरादनगर विधायक अजीत पाल त्यागी, साहिबाबाद विधायल सुनील शर्मा, मोदीनगर विधायक डा. मंजू शिवाच, लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर, पूर्व विधायक कृष्णवीर सिंह सिरोही समेत कई बड़े नेता शामिल रहे।
एमबीबीएस में किया था टॉप
मिली जानकारी के मुताबिक वंदना चार भाई बहन है जिसमे सबसे बड़ी वंदना है। एक छोटी बहन व दो छोटे भाई हैं। परिजनों ने बताया कि वंदना को नवरात्र पर नई स्कूटी लेनी थी। पिता ने भी स्कूटी दिलाने को बोल दिया था। एमबीबीएस में सरस्वती मेडिकल कॉलेज हापुड़ में उसने टॉप किया था। रक्षाबंधन पर आखिरी बार घर आई थी। साहिबाबाद विधायक सुनील शर्मा ने मेडिकल कॉलेज की छात्रा के पूरे घटनाक्रम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया। मुख्यमंत्री ने यूनिवर्सिटी के कुलपति से मामले की रिपोर्ट देने को कहा है।