उत्तराखंड : सेल्फी की चाह में भंवर में फंसे चार छात्र, मौत के मुंह से वापस आए दो छात्रों ने बताई पूरी कहानी
सोशल मीडिया एक ऐसा प्लेटफार्म जहाँ हर कोई अपना अधिक समय बिताता है। सोशल मीडिया को न सिर्फ शहरी इलाको में बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी बड़े ज़ोरो शोरो से इस्तेमाल किया जाता हैं। इसी प्लेटफार्म में हर कोई अलग अलग चीज़ें अपलोड करता रहता है फिर चाहे वो उनकी खुद की सेल्फी हो या फिर कुछ अन्य। इसी सेल्फी के चक्कर में न जाने कितने लोगों ने अपनी जान गवां दी। ऐसा ही एक हादसा देहरादून में छात्रों के साथ भी हुआ।
देहरादून में फोटोग्राफी और सेल्फी के फेर में चार छात्र पानी के भंवर में फंसे गए। टोंस नदी में खाई में फंसे विवेक यादव और शिवम उपाध्याय खुश किस्मत रहे, जो मौत के मुंह से वापस आ गए लेकिन एक छात्र सचिन पुंडीर ने हिम्मत कर शिवम को तो बचा लिया, लेकिन खुद को बचाने में नाकाम रहा।
वहां मौजूद छात्रों ने बताया कि गुच्चूपानी में मां दुर्गा की मूर्ति विसर्जित करने के बाद छात्रों का दल टोंस नदी में नहाने के लिए करीब 4 किलोमीटर तक का सफर तय किया था। रास्ते भर घुटने तक पानी होने के कारण ये आगे बढ़ते चले गए।
बता दें चंद्रोटी पुल के नीचे पानी गहरा मिला तो अंशुमान शुक्ला, सचिन पुंडीर, विवेक यादव और शिवम उपाध्याय कपड़े उतारकर नहाने लगे। इस दौरान उनमें फोटोग्राफी और सेल्फी खींचने की होड़ मची हुई थी। विवेक यादव खाई में उतरा था, लेकिन तैराक होने के कारण उसने खुद को बाहर निकाल लिया।
विवेक यादव को अंशुमान भी उसी गहरे पानी के पास खड़ा होकर सेल्फी लेने लगा, तभी उसका पैर फिसल गया। अंशुमान के साथ शिवम भी पानी में जा गिरा। सचिन पुंडीर ने हाथ पकड़कर शिवम को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन खुद उसमें जा गिरा। शिवम उपाध्याय ने बिलखते हुए बताया कि सचिन उसे बचाने की कोशिश में मौत के मुंह में गया है।
बट दें कि साथी शिवम उपाध्याय को बचाने के चक्कर में अपनी जान गंवाने वाले सचिन पुंडीर का छोटा भाई आयुष पुंडीर मौके पर ही था। भाई की मौत से आयुष का रोते-रोते बुरा हाल था। वो उस समय वहां से दूर थे, जब तक वो आए भाई मौत के मुंह में समा चुका था।