गांधी परिवार की SPG सुरक्षा को लेकर भाजपा और कांग्रस आमने सामने
आज राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस पार्टी ने गांधी परिवार और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का सिक्यॉरिटी कवर हटाने का मुद्दा उठाया। पार्टी सांसद आनंद शर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को यूपीए शासन के दौरान भी एसपीजी सिक्यॉरिटी जारी रखने की दुहाई देकर गांधी परिवार और मनमोहन सिंह की सुरक्षा पहले जैसी ही बहाल करने की मांग की। वहीं, बीजेपी सांसद जेपी नड्डा ने इस मामले में किसी तरह की राजनीतिक से इनकार करते हुए कहा कि सिक्यॉरिटी कवर बदलने का फैसला अच्छी तरह हुई समीक्षा के बाद लिया गया है।
कांग्रेस सांसदों ने इसी मुद्दे पर मंगलवार को लोकसभा में भी हंगामा किया था। आज राज्यसभा में आनंद शर्मा ने कहा, सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से एसपीजी सिक्यॉरिटी वापस ले ली गई है। मनमोहन सिंह 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री रहे हैं। सोनिया गांधी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की बहु और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पत्नी हैं। हमें नहीं भूलना चाहिए कि दोनों पूर्व प्रधानमंत्रियों की हत्या की गई थी। सरकार पर इनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी है। शर्मा ने कहा कि इस मामले पर हमें राजनीति से उठकर सोचना चाहिए क्योंकि यह किसी की जिंदगी से जुड़ा मामला है।
उन्होंने कहा कि मैं राजनीतिक बात नहीं कर रहा, लेकिन याद दिलाना चाहता हूं कि यूपीए के 10 वर्षों के शासन में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की एसपीजी सिक्यॉरिटी से कोई छेड़छाड़ नहीं हुई थी। उस वक्त पीछे बैठे कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह भी शर्मा का समर्थन करते दिखे। सदन में मौजूद बीजेपी सांसद और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि किसी राजनीतिक मंशा के साथ सिक्यॉरिटी कैटिगरी में बदलाव नहीं किया गया है। गृह मंत्रालय सुरक्षा की समीक्षा करने के बाद इस तरह के बदलाव करता है और इसी समीक्षा प्रक्रिया के तहत गांधी परिवार का सिक्यॉरिटी कवर बदला गया है।