भूले पाक के राष्टपति बांग्लादेश में हुआ था कत्लेआम, भारत पर इल्जाम लगाते समय !
पाकिस्तान के राष्ट्रपति बांग्लादेश को भारत के खिलाफ भ़ड़काने का काम कर रहे हैं। इसका जरिया वो केवल धर्म को बना रहे हैं। पाकिस्तान के साथ सबसे बड़ी समस्या यही रही है कि आजादी के फौरन बाद उसने जहांखुद को इस्लामिक राष्ट्र घोषित किया था वहीं धर्मनिरपेक्ष देश की घोषणा की थी।
राष्ट्रपति अलवी का कहना है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना वाजिद ने उनसे बातचीत के दौरान बिहार में रह रहे मुस्लिमों के बांग्लादेश में घुसने पर चिंता जाहिर कीहै। उन्होंने यह बात सऊदी अरब के सांसदों के डेलिगेशन से कही है।उनके मुताबिक शेख हसीना का कहना था कि यदि बिहार में रह रहे मुस्लिमोंके खिलाफ भारत सरकार ने कोई फैसला लिया तो ऐसी सूरत में वो बांग्लादेश में घुसनेकी कोशिश करेंगे।
पाकिस्तान ने इस्लाम के नाम पर जेहाद का सहारा लिया और आज पूरी दुनिया में उसकी पहचान एक आतंकी मुल्क के तौर पर होती है। बांग्लादेश की ही बात करें तो वो कभी उसकी आजादी में भारत का योगदान नहीं भूल सकता है। न ही पाकिस्तान इस बात को कभी भुला सकता है कि उसके अस्सी हजार जवानों ने भारतीय जनरल के आगे सरेंडर किया था और खुद जनरल नियाजी ने उस सरेंडर के दस्तावेज पर साइन किए थे।