उन्नाव मे एक बार फिर हुई दुष्कर्म पीड़िता की मौत, पुलिस वालों पर लगा एक्शन नही लेने का आरोप .
नौ साल से शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने वाले आरोपित और शादी का दबाव बनाने पर घर में घुसकर मारपीट करने वाले उसके परिवार वालों पर कार्रवाई नहीं होने से आहत होकर उसने यह कदम उठाया था।
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. जीडी यादव के मुताबिक युवती ने बोलना भी बंद कर दिया था। उसकी धीरे-धीरे हालत बिगड़ती चली गई। वह 85 फीसद जली थी। उसके गले, हाथ-पैर, पीठ, फेफड़े से लेकर नीचे का पूरा हिस्सा बुरी तरह जला था। अंदरुनी अंगों में सूजन से सांस लेने में तकलीफ शुरू हो गई। शनिवार सुबह दम घुटने पर उसके फेफड़े में ट्यूब डालकर ऑक्सीजन दी गई। हालत बिगड़ने पर वेंटीलेटर पर रखा गया, लेकिन बचा नहीं सके।
30 सितंबर को हसनगंज कोतवाली में दुष्कर्म और जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस तत्काल कार्रवाई करने के बजाय जांच के नाम पर पीडि़ता को दो माह तक टालती रही। इस बीच आरोपित ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले ली और पीडि़ता के साथ उसके परिवार का गांव में मजाक बनाने लगा।
सुबह सांस लेने में दिक्कत होने पर डॉक्टरों ने बचाने के लिए बहुत प्रयास किए, मगर हालत बिगड़ती चली गई, रात आठ बजे उसकी मौत हो गई। मौत की खबर पीड़िता के घर पहुंचते कोहराम मच गया। उधर आरोपित के परिवार वाले घर में ताला डाल फरार हो गए और पीड़िता के घर पुलिस तैनात कर दी गई है।