महाराष्ट्र में शिवसेना ने सभी स्कलों में मराठी भाषा अनिवार्य करने की मांग की
बतादे महाराष्ट्र में मराठी भाषा को स्कूलों में अनिवार्य करने का मुद्दा एक बार फिर से गरमा गया है मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मांग की है कि वह विधानभवन में बजट सत्र के दौरान एक विधेयक लाकर मराठी भाषा को सभी स्कूलों में अनिवार्य करें. कट्टर हिंदुत्व का चेहरा रही शिवसेना अब वही अपनी पुरानी मराठी भाषाई अस्मिता की तरफ लौटती दिख रही है, जिससे महाराष्ट्र में सियासत के गर्म होने के आसार फिर से नजर आने लगा हैं. शिवसेना के कई बड़े नेताओं जैसे संजय राउत, सुभाष देसाई और दिलीप लांडे ने मुख्यमंत्री से इसके लिए कदम उठाने की अपील की है. इन नेताओं ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से विधानभवन के बजट सत्र के दौरान तीन विशेष घोषणाएं करने की गुजारिश की है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही शिवसेना के विधायक दिलीप लांडे ने बीएमसी की बैठक में अंग्रेजी में लिखी सूची देखकर फाड़ डाला और उसे अधिकारियों पर फेंक दिया था. इतना ही नहीं, ठाकरे सरकार में मंत्री सुभाष देसाई ने सभी अधिकारियों को फाइलों पर मराठी में रिमार्क्स करने की नसीहत दी थी.
महाराष्ट्र में बजट सत्र की शुरुआत 24 फरवरी से हो रही है. ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि क्या मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे अपने नेताओं की इस अपील पर मराठी भाषा को सभी स्कूलों में अनिवार्य करने वाला बिल पटल पर रखेंगे या नहीं.