मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि शराबबंदी कानून संशोधन विधेयक विधानमंडल के मॉनसून सत्र में पेश किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून के जिन प्रावधानों का दुरुपयोग हो रहा है उसमें संशोधन होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि शराबबंदी के निर्णय से कोई समझौता नहीं करेंगे। इस कानून के एक-एक पहलू की समीक्षा हो रही है।
नीतीश कुमार ने कल वीपी सिंह की जयंती समारोह में कहा कि वीपी सिंह ने सरकार चलाने के लिए कभी किसी से समझौता नहीं किया, यदि किया होता तो उनकी भी सरकार चलती रहती। मैं भी काम करना चाहता हूं, बिना किसी समझौते के ही। मेरे लिए बस बिहार के विकास की बात सबसे बड़ी बात है।
सीएम ने कहा कि मंडल कमीशन के लिए वीपी सिंह ने उपवास किया, उन्होंने त्याग किया। बिना किसी समझौते के मंडल कमीशन लागू किया। मंडल कमीशन के लिए उपवास करने के कारण वीपी सिंह को किडनी की समस्या हुई थी। आज हम भी कोशिश कर रहे हैं कि बिना समझौता के काम करें। हम हर तबके और राज्य के हर इलाके के विकास के लिए तत्पर हैं।
बिहार में शराबबंदी से माहौल बदल गया है, चंद लोग ऐसे होते हैं जो गड़बड़ करते हैं।सरकारी तंत्र से मिल कर गड़बड़ी करते हैं और कुछ लोग हैं जो बोलते रहते हैं, वो बोलने के आदी हैं। हम सुनते रहते हैं, हमें बोलने की आदत नहीं।
सीएम ने कहा कि हम युवा अवस्था के समय से ही शराब के खिलाफ थे, जब पटना पढ़ने आये तो उस समय लोगो को शराब पी कर झगड़ा करते देखते थे। बित्ता भर का बच्चा भी शराब पीकर हंगामा करता था। हमने तभी सोच लिया था कि शराबबंदी कराएंगे। शराबबंदी से बड़ी सफलता हासिल हुई है। शाम छह बजे के बाद अब सभी जगह शांति रहती है।
उन्होंने कहा कि बाल विवाह और दहेज प्रथा के खिलाफ हमारा अभियान जारी रहेगा। एक तबका है जो इधर-उधर करता रहेगा। लेकिन हम उन सबकी परवाह नहीं करते। हम मजबूती से अपना काम करते रहेंगे। उनसे कोई समझौता नहीं कर सकते।
आज समाज में टकराव की स्थिति बनती जा रही है। एक-दूसरे के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग किया जा रहा है। एक बड़ा तबका सोशल मीडिया पर एक्टिव है जो टकराव पैदा कर रहा है। एेसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है। एेसे लोगों को कामयाब नहीं होने देना है।