सीएम योगी ने कहा की आज़ादी के नारे लगाने से राजद्रोह के लगेंगे आरोप
बतादे की सीएए के समर्थन में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की प्रदर्शन कर रहे लोगों को चेतावनी देता हु कि आजादी के नारे लगाना देशद्रोह माना जाएगा और उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी यह स्वीकार नहीं किया जा सकता. लोगों को भारत की मिट्टी से ही भारत के खिलाफ साजिश करने की इजाजत नहीं दी जा सकती बतादे उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं और प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की कार्रवाई की भी लगातार खबरें आती रही हैं.
लखनऊ के मशहूर क्लॉक टावर के पास नागरिकता कानून के खिलाफ अनिश्चित कालीन प्रदर्शन कर रहे लोगों, जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं, उनके खिलाफ दंगा करने और गैरकानूनी रूप से इकट्ठा होने के आरोप लगे हैं. पुलिस ने मामले में तीन एफआईआर भी दर्ज की हैं जिनमें मशहूर उर्दू शायर मुनव्वर राणा की बेटी सुमैया राणा और फौजिया राणा का नाम भी है.पुलिस पर लोगों के कंबल और खाना तक उठा ले जाने के आरोप लगे. इन आरोपों को खारिज करते हुए लखनऊ पुलिस ने कहा कि पूरी कानूनी प्रक्रिया के बाद कंबल जब्त किए गए हैं. इटावा से सामने आए कुछ वीडियो में पुलिस महिला प्रदर्शनकारियों को दौड़ाती दिख रही है.
वहीं कुछ में जबरदस्ती दुकानों को बंद कराती भी दिख रही है. इटावा पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनस्थलों पर प्रदर्शनकारियों की निगरानी के लिए पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे.उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस, सपा और वामपंथी दल देश की कीमत पर राजनीति कर रहे हैं.
जिन्हें यह भी नहीं मालूम कि संशोधित नागरिकता कानून क्या है? जिसके तहत अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धर्म के आधार पर प्रताड़ित छह अल्पसंख्यकों हिन्दू, सिख, ईसाई, पारसी, बौद्ध एवं जैन पंथों के लोगों को नागरिकता दिये जाने की बात है.