उद्धव ठाकरे ने NRC को लेकर बीजेपी पर साधा निशाना
देश के कई जगहों पर संशोधित नागरिकता कानून व राष्ट्रीय नागरिक पंजी के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के बीच इसपर सियासत भी जोरों पर है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एकबार फिर साफ किया है कि वो महाराष्ट्र में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे उद्धव ठाकरे ने कहा कि सीएए नागरिकता छीनने को लेकर नहीं है। यह देने के लिए है। हिंदुओं और मुसलमानों दोनों के लिए नागरिकता साबित करना मुश्किल होगा। मैं ऐसा होने नहीं दूंगा।
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि मैंने एनआरसी का विरोध किया मतलब मैं राष्ट्रद्रोही और आपने समर्थन दिया मतलब आप देशभक्त, ऐसा नहीं। अरे बाबा, वो एनआरसी आया कि आपको भी नागरिकता सिद्ध करने के लिए उस लाइन में खड़ा रहना होगा। आपके भी मां-बाप या परिवार होंगे, उन्हें भी ये कष्ट उठाना पड़ेगा।
इसके अलावा महत्वपूर्ण मतलब, आदिवासियों का क्या होगा? जंगल और पहाड़ों में रहनेवाले आदिवासी कहां से जन्म का सबूत लाएंगे? बताओ जरा। आदिवासियों को जब ये पता चलेगा तब आदिवासी भी सड़क पर उतरेंगे।
उद्धव ठाकरे ने आगे कहा है कि एनआरसी लाने की हिम्मत है क्या इनमें? फिर क्यों तुम यह भेदभाव कर रहे हो? उन्हें ऐसा दिखाना है कि हम घुसपैठियों को निकालना चाहते हैं परंतु ये निकालने नहीं दे रहे हैं। अर्थात ये देशद्रोही हैं. हो गया, उनका काम हो गया। चुनाव जीत गए।
लेकिन अब यह नहीं होगा. क्योंकि एनआरसी का अर्थ लोग धीरे-धीरे समझने लगे हैं। नागरिकता सिद्ध करना सिर्फ मुसलमानों तक सीमित नहीं है बल्कि हिंदुओं को भी परेशानी होगी। मैं उस कानून को आने नहीं दूंगा। मैं मुख्यमंत्री की हैसियत से अथवा मुख्यमंत्री नहीं होउंगा फिर भी मैं किसी को भी किसी का अधिकार छीनने नहीं दूंगा।