IIP: बजट के बाद इकोनॉमी के लिए एक और बुरी खबर, औद्योगिक उत्पादन और घटा
IIP देश के औद्योगिक उत्पादन में दिसंबर महीने में गिरावट आई है. इसका आंकड़ा बुधवार को सामने आया. यह बजट के बाद इकोनॉमी के मोर्चे पर एक और बुरी खबर है. इसके पहले जनवरी में खुदरा महंगाई दर काफी बढ़ने की खबर आई.
बजट के बाद देश के इकोनॉमी के मोर्चे पर एक और बुरी खबर आई है. देश के मैन्युफैक्चरिंग में नरमी रहने के कारण दिसंबर 2019 दौरान औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP)में 0.3 फीसदी की गिरावट आई. बुधवार को आए इस आंकड़े से एक दिन पहले ही वित्त मंत्री ने दावा किया था कि देश की इकोनॉमी में सुधार हो रहा है.
औद्योगिक उत्पादन सूचकांक दिसंबर 2019 में 133.5 पर दर्ज किया गया जोकि दिसंबर 2018 के सूचकांक से 0.3 फीसदी नीचे है. इससे पहले नवंबर 2019 में औद्योगिक उत्पादन में 1.82 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी, जबकि एक साल पहले दिसंबर 2018 में देश के औद्योगिक उत्पादन में 2.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी.
ये आधिकारिक आंकड़े बुधवार को जारी किए गए. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में दिसंबर 2018 के दौरान 2.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी.
गौरतलब है कि बजट के बाद इकोनॉमी के लिए कई अच्छी और बुरी खबरें आई हैं. एक चिंताजनक खबर आई कि जनवरी में खुदरा महंगाई दर 7.59 फीसदी बढ़ी. दिसंबर में खुदरा महंगाई दर 7.35 प्रतिशत थी.
मैन्युफैक्चरिंग में गिरावट
न्यूज एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक, दिसंबर के विनिर्माण यानी मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र के उत्पादन में 1.2 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि एक साल पहले इसी महीने में विनिर्माण क्षेत्र की उत्पादन वृद्धि दर 2.9 फीसदी दर्ज की गई थी. इस महीने में खनन क्षेत्र के उत्पादन में वृद्धि दर्ज की गई जबकि बिजली उत्पादन में गिरावट दर्ज रही.
खनन क्षेत्र का उत्पादन बढ़ा
खनन क्षेत्र का उत्पादन एक साल पहले के इसी महीने एक फीसदी गिरा था, जो इस बार दिसंबर में 5.4 फीसदी बढ़ गया है. वहीं, बिजली उत्पादन का उप सूचकांक 4.5 फीसदी से घटकर शून्य से एक फीसदी कम पर आ गया.