भुतहा फिल्मों के शौकीन यह फिल्म देख सकते। ……
हॉरर एक ऐसा जिसमें अभी बहुत संभावनाएं बाकी हैं. अचानक किसी मूवमेंट के साथ तेज साउंड का आना, शीशे में अचानक किसी साये का प्रकट होना और कमरे में रखे सामान का अपने आप हिलने लगना जैसी चीजें दर्शक पिछले काफी वक्त से देख रहे हैं. धर्मा प्रोडक्शन ने पहली बार हॉरर में कदम रखा है और साथ ही विक्की कौशल की भी पहली हॉरर फिल्म भूत आ चुकी है. ऐसे में जाहिर है कि पब्लिक की उम्मीदों पर खरे उतरना एक बड़ी चुनौती थी. विक्की कौशल और फिल्म के मेकर्स इस चुनौती को किस हद तक पूरा कर पाए हैं?
सच्ची घटना पर आधारित ये फिल्म हकीकत का दामन थाम कर उड़ान भरती है और आपको कल्पनाओं के उस आसमान में ले जाती है जहां आपको सब कुछ हकीकत ही लगने लगता है. एक हॉरर फिल्म के सामने दो सबसे बड़ी चुनौतियां होती हैं. पहली ये कि फिल्म आपको डरा पाए और दूसरी ये कि आपको ये बोर या बोझिल नहीं लगे. विक्की कौशल की फिल्म में ये दोनों ही पहलू मौजूद हैं.
एक हादसे में अपनी छोटी बेटी और पत्नी को खो चुका पृथ्वी अब मुंबई में अकेला रहता है और शिपिंग ऑफिसर की नौकरी करता है. पृथ्वी खुद को अपनी पत्नी और बेटी की मौत का जिम्मेदार मानता है इसलिए उसमें इस बात का गिल्ट हमेशा बना हुआ है. वो हर वो काम करता है जिससे वो किसी बच्ची या किसी औरत की मदद कर सकता है.
फिल्म में विक्की कौशल का अभिनय कमाल का है और कहा जा सकता है कि उन्होंने एक बार फिर से खुद को एक अच्छे अभिनेता के तौर पर साबित किया है. भूमि पेडनेकर और आशुतोष राणा का रोल भी छोटा है लेकिन उन्होंने अपना काम बखूबी किया है.