बतादे की टीम इंडिया न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 0-2 से हार गई. क्राइस्टचर्च में हुए दूसरे टेस्ट मैंच में न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम को 7 विकेट से मात दी. जबकि इससे पहले उसे 10 विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. इस सीरीज में टीम इंडिया की हार की कई वजहें सामने आईं टीम इंडिया की हार का सबसे बड़ा कारण एक बैटिंग यूनिट के तौर पर भारतीय बल्लेबाजों की नाकामी रही. विराट जहां किसी भी पारी में 20 से ज्यादा रन नहीं बना सके
क्राइस्टचर्च में तो दोनों पारियों में मेजबान सलामी जोड़ी ने ही अंतर पैदा कर दिया वरना इस मैच में टीम इंडिया की वापसी की भी संभावनाएं बन गई थी. भारतीय गेंद दोनों मैचों में न्यूजीलैंड के टेल एंडर्स को आउट करने में नाकाम रहे. काइल जैमिसन दोनों मैचों में 40 से ऊपर का स्कोर बनाने में कामयाब हो गए और उन्होंने दो बार बड़ी साझेदारियां भी कीं.
तो वहीं टीम के बाकी बल्लेबाज भी नाकाम हुए. पुजारा, रहाणे भी नाकाम रहे. टीम पूरी सीरीज में बड़ी साझेदारी को हमेशा ही तरसती दिखी. इस सीरीज में भारतीय गेंदबाज उतने सटीक नहीं थे जितने कि न्यूजीलैंड के गेंदबाज.
टॉस एक ऐसा फैक्टर रहा जो टीम इंडिया के खिलाफ तो गया ही, मेजबान टीम के गेंदबाजों ने भी इसका भरपूर फायदा उठाया. यही वजह रही की दोनों मैचों की पहली पारियों में टीम इंडिया का शीर्ष और मध्य क्रम बहुत सफल नहीं रहा. रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, ऋषभ पंत जैसे खिलाड़ियों ने कई बार गैरजिम्मेदाराना शॉट खेलकर अपने विकेट गंवाए. उनकी गलत शॉट सिलेक्शन मिलकर टीम इंडिया के लिए मारक बन गए. नहीं अनुभवहीन जोड़ी भी टीम के लिए मजबूत नींव नहीं रखी. हालांकि मयंक और पृथ्वी ने दो बार अच्छी पारी खेली, लेकिन वे अपनी पारियां लंबी नहीं खींच सके.