सिसोदिया ने कहा मुआवजे के लिए होगा वेरिफिकेशन
दिल्ली में हुई हिंसा के मुआवजे के लिए दिल्ली सरकार हिंसाग्रस्त इलाकों में वेरिफिकेशन अभियान चलाएगी। दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जानकारी दी है कि शनिवार और रविवार को हिंसाग्रस्त इलाके में स्पेशल वेरिफिकेश अभियान चलाया जाएगा। अभियान में सात आईएएस और एसडीम खुद इलाके में जाकर वेरिफिकेशन करेंगे उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने लोगों से अपील की है कि लोग वेरिफिकेशन के दिन अपने अपने घरों में मौजूद रहें , ताकि नुकसान का सहीं अंदाजा लगाया जा सके।
सिसोदिया ने कहा कि मुआवजे के लिए 1700 फॉर्म जमा हुए हैं जमा किए गए फॉर्म में ज्यादातर फॉर्म डुप्लीकेट हैं। इसी वजह से वेरिफिकेशन कराना जरूरी है। इसलिए अब वेरिफिकेशन के बाद मुआवजा दिया जाएगा। मनीष सिसोदिया ने बताया कि यह प्रक्रिया दो दिनों में पूरी हो जयेगी दिल्ली में फरवरी के अंतिम सप्ताह में तीन दिनों तक हुई हिंसा में अब तक कुल 52 लोगों की मौत हो चुकी है। अकेले जीटीबी अस्पताल में 44 मौतें दर्ज की गई हैं। इनमें 28 लोगों को 24 और 25 फरवरी को अस्पताल में मृत लाया गया था। बाकी 16 घायलों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था
मनीष सिसोदिया ने आगे कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में जो हिंसा हुई थी, उसमें स्कूलों को भी नुकसान पहुंचाया गया था, लिहाजा स्कूलों को भी मुआवजा दिया जाएगा. डिप्टी सीएम ने बताया कि जिन स्कूलों में 1,000 से ज्यादा बच्चे पढ़ते हैं, उन्हें 10 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे. वहीं, जिन स्कूलों में 1,000 से कम बच्चे पढ़ते हैं, उनको 5 लाख रुपये मुआवजे में दिए जाएंगे.दिल्ली में सबसे ज्यादा युवाओं की मौत
बता दें कि 24 से 26 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में जबरदस्त हिंसा देखने को मिली थी. हिंसा में मरने वालों की संख्या अब बढ़कर 53 हो गई है. गुरुवार को 32 वर्षीय नरेश सैनी की मौत हो गई. हिंसा के दौरान उन्हें गोली लगी थी. वहीं दिल्ली में हिंसा के बाद जीटीबी और लोकनायक अस्पताल ने अपनी रिपोर्ट स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को भेज दी है. इस रिपोर्ट के अनुसार, हिंसा में सबसे ज्यादा मौत युवाओं की हुई है. इन पर हमला किया गया और फिर इन्हें जला डाला गया