शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों को भड़का रहा आतंकी। …….
राजधानी के जामिया नगर से दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े कश्मीरी मूल का दंपती जल्द ही किसी बड़े हमले को अंजाम देने जा रहा था। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध के नाम पर अंजाम दिए जाने वाले इस हमले के लिए वे हथियारों और विस्फोटकों को जुटाने के साथ ही शाहीन बाग व जामिया नगर के युवकों को भी भड़काने की कोशिश कर रहे थे दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, पकड़ा गया जहांजेब सामी और उसकी पत्नी हिना बशीर बेग सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय थे। दोनों ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर अकाउंट बनाकर भारतीय मुस्लिमों को एकजुट करने और सरकार के खिलाफ सीएए विरोध के नाम पर लड़ाई छेड़ने का प्रयास चालू किया हुआ था।
साथ ही उन्हें युवाओं को अपने संगठन में भर्ती करने का जिम्मा सौंपा था। इसके बाद इनका इरादा बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने का था। जांच में पता चला है कि ये शाहीन बाग और दिल्ली में अन्य जगह चल रहे प्रदर्शनों में जाकर प्रदर्शनकारियों से कहता था कि भारत की सरकार को हटाना जरूरी है दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुमार कुशवाहा ने बताया कि दंपती के कश्मीर से दिल्ली आने की वजह भी तलाशी जा रही है। इनकी कॉल डिटेल की छानबीन कर दिल्ली में पनाह देने वालों की भी तलाश की जा रही है।
आईएस से जुड़े दंपती की गिरफ्तारी के बाद फिर से दिल्ली हिंसा के पीछे बाहरी आतंकियों का हाथ होने का सवाल खड़ा हो गया है। बता दें कि दिल्ली हिंसा के दौरान आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की हत्या करने के तरीके को विशेषज्ञों ने आईएसआईएस से ही जोड़ा था। अंकित को करीब 400 बार चाकू मारा गया था। विशेषज्ञों का कहना था कि इस तरीके से केवल आईएसआईएस से जुड़े आतंकी ही हत्या करते हैं। हालांकि उस समय यह सवाल दब गया था, लेकिन अब हिंसा की जांच में पुलिस इस एंगल पर भी काम कर सकती है।