इस वक्त मजदूरों का पलायन रोकें मुख्यमंत्रियों को अमित शाह के निर्देश
इस वक्त मजदूरों का पलायन रोकें मुख्यमंत्रियों को अमित शाह के निर्देश
दिल्ली-एनसीआर में फंसे देश भर के मजदूरों को यहां से निकालने पर अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री अलग-अलग बयान जारी कर रहे हैं. बिहार के सीएम नीतीश कुमार कहा है कि जो मजदूर जहां है अभी वहीं रहें, क्योंकि उनके वापस आने से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है.
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिया है कि जो भी प्रवासी मजदूर जहां फंसे हुए हैं उन्हें राज्य की सीमा तक सरकारी बस से पहुंचाया जाएगा. इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात की है और उनसे इस वक्त मजदूरों का पलायन रोकने को कहा है.
बता दें कि आज लॉकडाउन का चौथा दिन है. शुक्रवार से ही दिल्ली से देश के अलग-अलग राज्यों में जाने वाली सड़कों पर मजदूरों की लंबी कतार लगी हुई है. ये मजदूर यहां से किसी भी हालत में निकलना चाहते हैं. इस वजह से संक्रमण का खतरा एक बार फिर से बढ़ता नजर आ रहा है.
योगी ने की 1000 बसों की व्यवस्था
दिल्ली के आनंद विहार में बड़ी संख्या में मजदूरों की भीड़ है. ये सभी मजदूर जल्द से जल्द घर लौटना चाहते हैं. इनकी वापसी सुनिश्चित करने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने 1000 बसों का इंतजाम किया है. ये मजदूर यूपी के एटा, इटावा, बुलंद शहर, बदायूं की ओर जाने वाले हैं. सीएम योगी ने कहा कि मजदूरों को न सिर्फ सकुशल घर वापस भेजा जाएगा, बल्कि उनके खाने-पीने का इंतजाम किया जाएगा.
नीतीश ने जताई चिंता
हालांकि बसों के इंतजाम पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने चिंता जताई है. नीतीश ने कहा कि अगर दूसरे राज्यों से मजदूर यहां आते हैं तो वे अपने साथ संक्रमण भी ला सकते हैं. इससे लॉकडाउन का उद्देश्य ही खत्म हो जाएगा. नीतीश ने कहा कि अगर आपको बिहार से प्यार है तो जो जहां हैं वहीं रहें.
अभी गांव नहीं जाएं
वहीं दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त लोगों को गांव नहीं जाना चाहिए. केजरीवाल ने ट्वीट किया, ” यूपी और दिल्ली – दोनों सरकारों ने बसों का इंतज़ाम तो कर दिया, लेकिन मेरी सभी से अपील है कि वे जहां है, वहीं रहें, हमने दिल्ली में रहने, खाने, पीने, सबका इंतजाम किया है. कृपया अपने घर पर ही रहें. अपने गांव ना जाएं, नहीं तो लॉकडाउन का मकसद ही खत्म हो जाएगा.
बसों से लोगों को पहुंचाएंगे
केजरीवाल भले ही लोगों को इस वक्त कहीं न जाने को कह रहे हैं. लेकिन राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जो भी प्रवासी मजदूर जहां भी फंसे हैं, उन्हें सरकारी बस से उनके राज्य की सीमा कर पहुंचाया जाएगा.
अशोक गलोत ने कहा कि राजस्थान में हाईवे पर कोई भी मजदूर पैदल नहीं चलेगा. राजस्थान रोडवेज की बसें लगाई जाएंगी और सभी कलेक्टर को निर्देश दिए कि सड़कों पर चल रहे लोगों को बस में भरकर पहुंचाया जाए.
गृह मंत्रालय ने जारी किया आदेश
इस बीच गृह मंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्रियों से बात की है और उन्हें कहा है कि वे लॉकडाउन की वजह से बेघर हुए लोगों के रहने की व्यवस्था करे. गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि मजदूरों का पलायन रोका जाए. गृह मंत्रालय ने कहा है कि मजदूरों, बेघर लोगों के लिए भोजन, कपड़ा, दवा और रहने की तत्काल व्यवस्था की जाए.