तीन दिनों में यूपी में आए 1 लाख लोग CM ने दिए क्वारंटाइन के आदेश
कोरोनावायरस के मद्देनजर देशभर में लागू लॉकडाउन के बावजूद लोगों का पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. देश के अलग-अलग राज्यों से लोग अपने-अपने घरों को पैदल ही निकल रहे हैं. इस बीच पिछले तीन दिनों में एक लाख लोग उत्तर प्रदेश पहुंचे हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश्ग दिए हैं कि इन लोगों को क्वारंटाइन में रखा जाए.
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता के मुताबिक, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने कहा है कि पिछले तीन दिनों में एक लाख लोग देश के अलग-अलग राज्यों से प्रदेश में पहुंचे हैं. इन सभी लोगों के नाम, पता और मोबाइल नंबर जिलाधिकारियों को मुहैया कराए गए हैं और उनकी मॉनिटरिंग की जा रही है. मुख्यमंत्री ने इन सभी लोगों को क्वारंटाइन में रखने और उन्हें खाने के साथ ही अन्य जरुरी वस्तुओं को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं.प्रवक्ता की तरफ से बताया गया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि लॉकडाउन के दौरान कोई भी भूखा नहीं रहना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई को और मजबूत करने का भी निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री ने महानगर के कल्याण मंडप में बने कम्युनिटी किचन का भी निरीक्षण किया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर लोगों से घरों में ही रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस को हारने के लिए लॉकडाउन के नियमों का पालन करना जरूरी है.मुख्यमंत्री ने 28 मार्च को अपने सरकारी आवास पर लॉकडाउन की समीक्षा बैठक की. नोएडा और गाजियाबाद में स्वास्थ्य और स्वच्छता आदि सुविधाओं को और मजबूत करने का निर्देश दिया. इसके लिए निजी क्षेत्र का सहयोग लेने की भी सलाह दी गई. योगी ने राजकीय कर्मियों व पेंशनरों को उनके वेतन व पेंशन का भुगतान करने को भी कहा है. अपर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित कमेटी को जमाखोरी, कालाबाजारी और मुनाफाखोरी रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं.
साथ ही कहा कि दुकानों पर रेट लिस्ट चस्पा करा दें, ताकि मुनाफाखोरी पर रोक लगे इस अवसर पर मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक आयुक्त आलोक टंडन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव कुमार मित्तल, पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद भी उपस्थित थे.