5 अप्रैल दीया जलाने पर ममता बनर्जी का बयान। ….
कोरोना के चलते देश में लॉकडाउन पर बात करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य पहले से ही हजारों करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है, लेकिन उन्हें इस बात पर गर्व है कि उनकी सरकार अभी भी कर्मचारियों के वेतन को देने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने दो माह के लिए समाजिक पेंशन के लिए लगभग 35,10,200 रुपये आवंटित किए हैं। ममता ने सचिवालय के पत्रकारों से बातचीत में कहा कि- आपको अंदाजा भी है कि हमें इस लॉकडाउन के चलते कितना नुकसान हुआ है? कुछ हजार करोड़, कुछ कमाई नहीं हुई सिर्फ खर्चा हुआ है। सिर्फ हमारी सरकार ने ही अपने कर्मचारियों को पहली तारीख को तंख्वाह दी है वरना वो बेचारे क्या खाते।
उन्होंने कहा कि कई राज्य हैं, जो पश्चिम बंगाल की तरह केंद्र के भारी कर्ज के तले दबे नहीं हैं, लेकिन तालाबंदी के दौरान वे सब अपना खजाना खाली कर चुके हैं। ऐसे कई राज्य हैं जिन्हें हमारे जैसे 50,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने की आवश्यकता नहीं है, फिर भी उनके खजाने खाली हैं। ऐसे कई राज्य हैं जो कर्मचारियों को पूरा वेतन नहीं दे सकते हैं … कुछ ने केवल 40 प्रतिशत का भुगतान किया है। लेकिन हम ऐसा कर पाए इसके लिए मुझे गर्व है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल को रात 9 बजकर 9 मिनट पर लोगों से अपने मोबाइल फोन की लाइट, कैंडल या दीया जलाकर घर की बाकी लाइट बंद करने का आग्रह किया है। इसपर ममता ने कहा कि जो लोग पीएम के संदेश को मानते हैं, वे उनके निर्देशों का पालन कर सकते हैं। ममता ने कहा कि- प्रधानमंत्री अपने मन की बात कहेंगे और मैं अपनी बात कहूंगी। मैं किसी और के मामले में हस्तक्षेप नहीं कर सकती, अगर आपको लगता है कि प्रधानमंत्री ने कुछ अच्छा कहा है, तो इसका पालन करें, यह एक व्यक्तिगत निर्णय है।
गौरतलब है कि पूरे विश्व में कहर मचाने वाले खतरनाक कोरोना वायरस का प्रकोप भारत में लगातार बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात मामले से देश में कोरोना वायरस के मामलों में बड़ा इजाफा देखने को मिला है और शनिवार को यह आंकड़ा 2900 पार कर गया। वहीं, इस खतरनाक कोविड-19 महामारी से अब तक देशभर में जहां 68 लोग जान गंवा चुके हैं