बांग्लादेश में कट्टरपंथी मौलाना के जनाजे में 10,000 लोग हुए शामिल
पाकिस्तान में इमरान सरकार और कट्टरपंथी मौलानाओं के बीच लॉकडाउन पर जारी खींचतान के बीच अब बांग्लादेश में भी इसी तरह की घटनाएं सामने आने लगीं हैं. ढाका में शनिवार को लॉकडाउन का उल्लंघन कर करीब 1 लाख लोगों ने एक मौलाना के जनाजे में शिरकत की. आरोप लगा है कि लोगों को जनाजे में शामिल होने के लिए स्थानीय उलेमाओं और मौलानाओं ने उकसाया था. बाद में जनाजे में हजारों लोगों को शामिल होने से रोकने में नाकाम रहने पर एक पुलिस अधिकारी को हटा दिया गया है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस फैलने के खतरे को देखते हुए बांग्लादेश में देशव्यापी लॉकडाउन चल रहा है. डॉन में छपी खबर के बांग्लादेश खिलाफत मजलिस के नायब-ए-अमीर 55 साल के मौलाना जुबैर अहमद अंसारी का शुक्रवार को सरैल उप जिले में स्थित बर्ताला गांव में निधन हो गया था. मौलाना के जनाजे में शमिल होने के लिए स्थानीय मस्जिदों से ऐलान किया गया था. इसके बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस भी चुपचाप देखती रही और लॉकडाउन के नियमों को तोड़ते हुए शनिवार को मौलाना जुबैर अहमद अंसारी के जनाजे में हजारों लोग शामिल हुए थे बता दें कि एक दिन पहले ही बांग्लादेशी सरकार ने घोषणा की थी कि कोविड-19 महामारी देश के लिए बड़ा खतरा है.एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा, हमने यह नहीं सोचा था कि भीड़ इतनी ज्यादा होगी. भारी भीड़ के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई थी इसलिए पुलिस कुछ नहीं कर पाई