आज बिहार आएंगे 25 हजार प्रवासी इस पर सीएम नीतीश ने कही बड़ी बात

देश के विभिन्र राज्यों में फंसे बिहार के मजदूरों-छात्रों का अपने प्रदेश लौटना जारी है. एक जानकारी के अनुसार बिहार में सात राज्यों से करीब 24 ट्रेनों में 28, 467 मजदूर अब तक अपने घर आ चुके हैं. गुरुवार को 23 स्पेशल ट्रेनें बिहार पहुंच रही हैं. इन ट्रेनों से लगभग 25 हजार मजदूर और छात्र बिहार के अलग-अलग जिलों में पहुंचेंगे. बुधवार तक बिहार अलग-अलग स्टेशनों के लिए आंध्र प्रदेश से एक, गुजरात से आठ, हरियाणा से एक, केरल से दो, महाराष्ट्र से पांच, राजस्थान से तीन, तेलंगाना से पांच ट्रेनें चलाई गईं हैं.गौरतलब है कि कहीं मजदूरों से किराया लिया भी जा रहा है और कहीं नहीं भी. ऐसे में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा था कि अन्य राज्यों से श्रमिक स्पेशल ट्रेन से लौटने वाले मजदूरों को किराए की राशि प्रदेश सरकार लौटा देगी. इससके लिए उन्हें प्रशासन की ओर से बनाए गए क्वारनटीन सेंटर पर 21 दिन क्वारंटीन में रहना होगा
सीएम नीतीश ने कहा ता कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि क्वारंटीन की अवधि पूरी होने के बाद प्रत्येक श्रमिक को कम से कम एक-एक हजार रुपये मिले. हालांकि क्वारंटीन अवधि खत्म होने के बाद टिकट दिखाना होगा.नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कर्नाटक की भारतीय जनता पार्टी की सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सरकार प्रवासी मजदूरों के साथ बंधुआ मजदूर जैसा बर्ताव कर रही है. वहीं उन्होंने इस मामले में सीएम नीतीश कुमार से हस्तक्षेप की अपील की है.जबकि कांग्रेस के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने नीतीश सरकार की मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार सरकार ने आने से मना किया होगा. कर्नाटक में फंसे मजदूर सरकार के बंधुआ मजदूर नहीं हैं, मजदूरों को बिहार आने दिया जाए.