दिल्ली-यूपी समेत उत्तर भारत में गर्मी का कहर जारी पारा 45 डिग्री के पार जानें मौसम का हाल। ….
कोरोना संकट के बीच उत्तर भारत में गर्मी का कहर जारी है और अगले कुछ दिनों तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद कम है। दिल्ली में शुक्रवार के बाद शनिवार को भी गर्मी का प्रकोप देखने को मिला, जहां सफदरजंग मौसम स्टेशन ने 44.7 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया। इतना ही नहीं, शनिवार को कई राज्यों में पारा 45 डिग्री पार कर गया। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले कुछ दिनों में तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना है मौसम विभाग की मानें तो फिलहाल 27 मई तक गर्मी से कोई राहत नहीं मिलने वाली है। राजधानी दिल्ली में शुष्क, गर्म हवाओं के चलने से अधिकतम तापमान 46- 47 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। 28 मई की रात से एक पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित करेगा जिससे धूल भरी आंधी आएगी या गरज के साथ बारिश हो सकती है। 28 मई के बाद निचले स्तर की तेज हवाएं कुछ राहत ला सकती हैं।
भारत के मौसम विभाग ने एक बयान में कहा कि अगले चार से पांच दिनों में उत्तर-पश्चिम, मध्य और प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में गंभीर गर्मी का असर पड़ने की संभावना है, जबकि पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश होगी राजस्थान से लगते हरियाणा तथा पंजाब के इलाके तपने लगे हैं तथा गर्म हवा के थपेड़ों के बीच आम जनजीवन पर असर पड़ा। भीषण गर्मी से हरियाणा के हिसार का पारा 46 डिग्री तक पहुंच गया। नारनौल, सिरसा में भी पारा 45 डिग्री के करीब रहा। बठिंडा अधिकतम तापमान 44 डिग्री दर्ज किया गया।
उत्तर प्रदेश : सबसे गर्म रहा आगरा
ताजनगरी में शनिवार को आसमान से आग बरसी। दूसरे दिन भी तापमान में बढ़ोतरी हुई। पारा 46.1 डिग्री तक पहुंच गया। इस लिहाज से आगरा और झांसी प्रदेश में सबसे गर्म शहर रहे। हालांकि शाम को कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी भी हुई। इसका कोई असर नहीं हुआ। आने वाले दिनों में गर्मी और कहर ढाएगी। मई के अंत में गर्मी ने सितम ढाना शुरू किया है। शुक्रवार को पहली बार पारा 45 डिग्री को पार कर गया। आगरा सूबे में दूसरे नंबर पर रहा था। शनिवार को तापमान ने एक डिग्री की छलांग और मारी। सुबह से हाल खराब हो गया। छतों पर टंकियों में भरा पानी तक गर्म हो गया। इससे नहाने में भी परेशानी हो रही थी। लॉकडाउन के कारण हालांकि बहुत कम लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। फिर भी जरूरी काम से निकले लोगों के सिर चकरा गए। जूतों के बावजूद पैरों में झुलसने का अहसास हुआ।