2019 लोकसभा चुनाव में AAP गरमाएगी अधिकारों का मुद्दा, BJP-कांग्रेस ने भी कसी कमर
अधिकारों के संघर्ष में दिल्ली में इन दिनों 2019 और 2020 के चुनाव की सियासी जमीन तैयार हो रही है। साढ़े तीन साल के कार्यकाल में उपलब्धियों के नाम पर दिल्ली सरकार के हाथ लगभग खाली हैं, इसलिए हर हाल में जनता को यह भरोसा दिलाना चाहती है कि वह तो काम करना चाहती है, लेकिन केंद्र सरकार और उपराज्यपाल (एलजी) उसे नहीं करने दे रहे। इस बीच कांग्रेस और भाजपा आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार की कलई खोलने में की तैयारी में है।
दिल्ली में 2015 में जब से आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार बनी है, तभी से अधिकारों का यह संघर्ष चल रहा है। इसी क्रम में अधिकारियों और उपराज्यपाल से भी ठन गई। केंद्र सरकार से भी अच्छे संबंध नहीं रहे। अधिकारों व शक्तियों की लड़ाई में ही दिल्ली में वह कार्य भी नहीं हो पाए, जिनके अधिकार पूरी तरह से दिल्ली सरकार के पास हैं। मसलन, बिजली, पानी, परिवहन, सड़कें, शिक्षा, पर्यावरण इत्यादि। यहां तक कि आप के चुनावी घोषणा पत्र के ही सभी वादे करीब-करीब अधूरे हैं। कांग्रेस और भाजपा दिल्ली सरकार की इसी नाकामी को आधार बनाकर अपना-अपना जनाधार बढ़ाने में लगी है।
भाजपा जहां जनता को यह दिखाना चाह रही है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उनकी सरकार काम न करने के नए-नए बहाने ढूंढ़ते रहती है तो कांग्रेस जनता को यह बताने में लगी है कि कांग्रेस के शासन काल में क्या-क्या हुआ और अब कुछ भी नहीं हो पा रहा।
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक यह सब कुछ 2019 के लोकसभा और 2020 के विधानसभा चुनाव की सियासी जमीन तैयार करने के लिए ही किया जा रहा है। हालांकि, आप अपने वोट बैंक को अब भी अपना मानकर चल रही है, जबकि कांग्रेस और भाजपा को लग रहा है कि वह इस वोट बैंक में आसानी से सेंध लगाने में कामयाब रहेंगी।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि हम हमेशा यही कहते रहे हैं कि केजरीवाल काम करके दिखाएं, मगर उन्हें नौटंकी करने से ही फुर्सत नहीं है। इसी में उन्होंने साढ़े तीन साल का समय निकाल दिया। बिजली, पानी, शिक्षा और अस्पताल इत्यादि जिन मोर्चो पर वह अपनी उपलब्धि बताते भी हैं, अगर कांग्रेस सरकार के समय से तुलना की जाए तो यहां भी उनकी कलई खुल जाती है। हम जल्द ही इस दिशा में अभियान शुरू करने वाले हैं। अगले चुनाव में जनता आप को करारा सबक देगी।
वहीं, भाजपा विधायक व नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार का मकसद काम करना कभी था ही नहीं। इन्हें तो सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करनी है। कभी उपराज्यपाल व केंद्र सरकार को कोसने लगते हैं, कभी धरने पर बैठ जाते हैं और कभी अधिकार न होने का रोना रोने लगते हैं। लेकिन, जनता सब कुछ देख रही है। भाजपा भी जनता को हर सच्चाई से अवगत कराएगी।