राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने MP के राज्यपाल लाल जी टंडन के निधन पर व्यक्त किया शोक
उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अपने संदेश में कहा है कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल लाल जी टंडन के निधन का समाचार पाकर अत्यंत दुःख हुआ। स्व. टंडन एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि, कुशल प्रशासक और संवेदनशील समाजसेवी थे। उनके निधन से राष्ट्र और समाज को अपूरणीय क्षति पहुंची है। प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें और परिजनों को इस दुःख को सहने की क्षमता प्रदान करें।
वहीं, सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन के निधन का समाचार सुनकर बहुत दुःख हुआ। स्वर्गीय लालजी टंडन का पूरा जीवन जनसेवा को समर्पित रहा। वह राजनीति के एक स्तम्भ थे। वह कुशल प्रशासक और राजनेता थे। उन्होंने भाजपा को ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया। उनकी सेवाओं को हमेशा याद रखा जाएगा। ईश्वर, दिवंगत आत्मा को शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करे।
लाल जी टंडन का जवीन परिचय
- 12 अप्रैल 1935 को लखनऊ में जन्म हुआ था।
- शिक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक तक शिक्षा ग्रहण की।
- 1952 में जनसंघ के संस्थापक सदस्य बने।
- लखनऊ नगर महापालिका 1962 और दोबारा 1967 में सभासद चुने गए।
- 1974 में लखनऊ पश्चिम विधानसभा से विधायकी चुनाव में डेढ़ हजार मतों से हार गए। इस दौरान वह लखनऊ महानगर जनसंघ के अध्यक्ष बने। जेपी आंदोलन के उत्तर प्रदेश के सह संयोजक बने।
- छह मई 1978 से पांच मई 1984 तक विधान परिषद का सदस्य चुने गए।
- छह मई 1990 से अक्टूबर 1996 तक विधान परिषद के सदस्य के साथ ही विधान परिषद में नेता सदन भी रहे।
- 24 जून 1991 से छह दिसंबर 1992 तक प्रदेश सरकार में ऊर्जा एवं आवास, नगर विकास मंत्री बनाए गए।
- 1996 के मध्यावधि चुनाव में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधान सभा का चुनाव में जीत हासिल की।
- 21 मार्च से 1997 से आठ मार्च 2008 तक और तीन मई 2002 से 25 अगस्त 2003 तक आवास एवं नगर विकास मंत्री रहे।
- 2009 चुनाव में वह लोकसभा का चुनाव जीते लेकिन 2014 के चुनाव में भाजपा ने उनकी जगह राजनाथ सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया था।