उत्तर प्रदेश

पत्रकार की पत्नी बोली-पुलिस ने मेरे पति की शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो नहीं उजड़ता मेरा सुहाग

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अपनी भांजी के साथ छेड़खानी की पुलिस से शिकायत करना एक पत्रकार के लिए जानलेवा बन गया। 24 घंटे से अधिक समय मौत से जूझते हुए पत्रकार विक्रम जोशी जिंदगी की जंग हार गए। मृतक के पत्नी ने कहा अगर पुलिस ने मेरे पति की शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो मेरा सुहाग नहीं उजड़ता। वहीं, भांजे ने कहा कि, कमालुद्दीन के बेटे ने गोली मारी है, वह अभी फरार है। पुलिस हमें आरोपी को सौंप दे। हमें इंसाफ चाहिए।

भांजे ने बताया किसने मारी थी गोली

बिलखते हुए मृतक पत्रकार के भांजे ने कहा कि, सारा मामला हमारी बहन से जुड़ा है। कमालुद्दीन के बेटे सहित कुछ लड़के मेरी बहन को बहुत कमेंट करते थे। जिस दिन घटना घटी उस दिन मेरी बहन का जन्मदिन था। मेरे मामा उसे लेकर घर आ रहे थे। कमालुद्दीन के बेटे ने मेरे मामा के सिर पर रॉड मारी और फिर गोली मार दी। मेरे मामा ने उनका क्या बिगाड़ा था। हमें इंसाफ चाहिए। हमें कमालुद्दीन का लड़का चाहिए। पुलिस प्रशासन से हमने लिखकर दिया। लेकिन उन्होंने कुछ किया गया। उसने पुलिस की गिरफ्तारी पर भी सवाल उठाए। कहा कि, तीन लड़के बेबुनियाद पकड़े गए हैं। उनमें से एक ही लड़का है। जिसने गोली मारी है, वह फरार है।

पीड़ित भांजी ने तीन सालों में दो बार की शिकायत
वहीं, पीड़ित भांजी ने बताया कि, आरोपी लड़के दो तीन सालों से छेड़खानी करते थे। डेढ़ साल पहले पुलिस से पहली शिकायत की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद दूसरी शिकायत 16 जुलाई को मेरे मामा ने की थी। इस बार भी पुलिस ने जब कार्रवाई नहीं की तो आरोपियों का हौसला बढ़ गया। पुलिस की लापरवाही ने हमारे परिवार को बिखेर कर रख दिया। ऐसे लोगों पर अगर कोई सख्ती नहीं होगी तो उनका मनोबल बढ़ेगा।

यह है पूरा मामला

पत्रकार विक्रम जोशी के भाई अनिकेत के मुताबिक, रविवार की रात करीब 10:30 बजे उनका भाई अपनी दो बेटियों के साथ बाइक से घर जा रहे थे। माता कॉलोनी में अग्रवाल स्वीट्स के पास छोटू पुत्र कमालुद्दीन, आकाश विहारी और रवि पुत्र मातादीन कुछ साथियों के साथ आए और उनके भाई के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसके बाद आरोपियों में से छोटू ने तमंचा निकालकर विक्रम के सिर में गोली मार दी। गोली लगने से उनका भाई लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया। आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां मंगलवार देर रात उनकी मौत हो गई। यह पूरा वाकया सीसीटीवी में कैद हुआ था।

सीएम ने नौकरी देने का किया ऐलान

फिलहाल, इस मामले में पुलिस ने अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पत्रकार ने भांजी के साथ छेड़खानी की शिकायत की थी। इसी के बाद से बदमाश बौखलाए हुए थे। बदमाशों की गोली का शिकार हुए पत्रकार विक्रम जोशी के निधन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने पत्रकार के परिवारीजन को तत्काल 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद, पत्नी को सरकारी नौकरी और बच्चों को निशुल्क शिक्षा देने का वादा भी किया है।

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