लखनऊ के इंदिरा नगर समेत 50 से अधिक इलाकों में मिले कई मरीज सीतापुर जिला अस्पताल में मरीज की हुई मौत
शहर में कोरोना भयावह हो गया है। हर दिन मरीजों का रिकॉर्ड बन रहा है।शनिवार को एक दिन में सर्वाधिक 429 नए मरीज पाए गए हैं। उधर, राहत की बात यह रही कि अस्पतालों 482 मरीजों ने बीमारी से जंग भी जीत ली है। सीतापुर जिला अस्पताल में भर्ती बुजुर्ग की रविवार को मौत हो गई। वहीं शनिवार को तीन मरीजों की मौत हो गई जिसमें से दो लखनऊ के थे।
सीतापुर जिला अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित बेनीगंज के बुजुर्ग की मौत
सीतापुर जिला अस्पताल में भर्ती हरदोई जिले के बेनीगंज के कोरोना संक्रमित बुजुर्ग की मौत हो गई है। अस्पताल के सीएमएस डॉ अनिल अग्रवाल ने बताया कि बुजुर्ग को सीने में दर्द था। वाह शनिवार दोपहर 3.30 बजे इमरजेंसी में भर्ती हुआ था। ट्रू-नेट जांच में यह कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। इसलिए इसे अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया था। इसके बाद देर शाम को 72 वर्षीय बुजुर्ग की मृत्यु हो गई। जिस पर उसके शव को अस्पताल के शव वाहन से बेनीगंज स्थित घर भिजवाया गया था। बुजुर्गों के शव को भेजने के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया गया। गौरतलब हो कि जिले में कोरोना से यह दूसरी मौत है।इससे पहले मछरेहटा ब्लाक क्षेत्र के घाघपुर गांव के प्रधान के पति की भी मौत हो गई थी।
लखनऊ में दो की मौत
कोरोना वायरस का जानलेवा हमला जारी है। अस्पताल में भर्ती मरीजों का हार्ट-फेफड़ा फेल हो रहा है। ऐसे में वेंटिलेटर पर भर्ती मरीजों की सांसें थम रही हैं। शनिवार को चार मरीजों की मौत हो गई। इसमें तीन लखनऊ निवासी हैं। केजीएमयू में भर्ती कोरोना के तीन मरीज जिंदगी से जंग हार गए। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर के मुताबिक प्रतापगढ़ तकवा निवासी 22 वर्षीय युवक को 22 जुलाई को भर्ती कराया गया। उसे सांस लेने में तकलीफ होने लगी। मरीज को वेंंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। युवक का हार्ट-फेफड़े फेल हो गए। सुबह पांच मरीज की सांसें थम गईं।
ऐसे ही इंदिरा नगर निवासी 42 वर्षीय व्यक्ति को 20 जुलाई को केजीएमयू कोरोना वार्ड में भर्ती किया गया। मरीज ही हालत गंभीर होने पर वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। मरीज का हार्ट व फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया । दोपहर पौने एक बजे के करीब मरीज की मृत्यु हो गई। इसके अलावा कैसरबाग निवासी 40 वर्षीय मरीज काे केजीएमयू में भर्ती कराया गया। शनिवार सुबह भर्ती मरीज की हालत गंभीर थी। मरीज को कार्डियक अरेस्ट हो गया। साथ ही फेफड़ों ने काम करना बंद कर दिया । दाेपहर बाद तीन बजे मरीज की मौत हो गई। वहीं प्रियदर्शनी कॉलोनी निवासी बैंक कर्मी की कोरोना से मौत हो गई। वह सात दिन पहले वायरस की चपेट में आए थे।
सीएमओ की टीम ने शुक्रवार को नौ सौ संदिग्ध मरीजों का सैंपल संग्रह किया। इसमें 429 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है। यह शहर में 24 घंटे में सर्वाधिक मरीज मिले हैं। इससे पहले 19 जुलाई को 392 मरीज कोरोना के पाए गए। वहीं वायरस का प्रकोप लगातार कायम है। सरकारी- निजी दफ्तरों के कर्मी संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। वहीं इंदिरानगर कोरोना वायरस का सबसे बड़ा अड्डा बन गया है। अब तक इलाके में आठ से अधिक मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं 70 के करीब मरीज पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इसके अलावा गाजीपुर, आशियाना, गोमती नगर में भी दर्जनों मरीज कोरोना के पाए गए। सीतापुर रोड, हरदोई रोड, सुल्तानपुर रोड, कानपुर रोेड पर भी कई मरीज कोरोना के मिले हैं। पारा, महानगर, राजाजीपुरम, चिनहट, जॉप लिंग रोड में भी मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं राजधानी के केजीएमयू, पीजीआइ, लोकबंधु अस्पताल, साढ़ामऊ अस्पताल, पांच निजी मेडिकल कॉलेजों व कोविड केयर सेंटर से 482 मरीज डिस्चार्ज हुए। अब तक एक दिन में सबसे अधिक कोरोना के मरीज ठीक हो कर घर गए हैं।
प्रदेश में टॉप पर लखनऊ
शहर में कोरोना का संक्रमण चरम पर है। लखनऊ में एक्टिव केसों की संख्या 3337 पहुंच गई है। यह प्रदेश में सर्वाधिक है। इसके अलावा जुलाई में एक भी दिन वायरस का चेन ब्रेक नहीं हुआ। 10 जुलाई से लगातार 150 से 300 रोज मरीज संक्रमित हो रहे हैं। स्थिति यह है कि अब तक 5,760 कुल मरीज हो चुके हैं। इसमें जुलाई में 4,513 मरीजों को वायरस ने निशाना बनाया है।
जुलाई में कोरोना के टॉप-5 डे
- 16 जुलाई-308
- 19 जुलाई-392
- 22 जुलाई-310
- 23 जुलाई-307
- 25 जुलाई-429