भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का पटना दौरा कई मायनों में खास रहा। इस सियासी दौरे की दमक सोशल मीडिया पर भी खूब दिखी। इस दौरे को लेकर पक्ष-विपक्ष के नेता बयानों के माध्यम से टकराते दिखे तो लोगों ने भी सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रियाएं दीं। उधर, इस बातों से दूर लालू प्रसाद यादव के बड़ेे बेटे तेज प्रताप यादव ट्रैकटर चलाने व साग-रोटी खाने में लगे रहे।
पटना में छाया रहा अमित शाह का रंग
बीते सप्ताह पटना में अमित शाह का शाही अंदाज में स्वागत किया गया। पटना में हर तरफ भगवा रंग दिख रहा था। शाह के पटना आगमन और कार्यकर्ता सम्मेलन की तस्वीरें भी सोशल मीडिया में छायी रहीं। लेकिन सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा चर्चा अमित शाह और नीतीश कुमार के साथ ब्रेकफास्ट और डिनर की रही। सीट शेयरिंग और बड़ा-छोटा भाई के लिए चल रही बयानबाजी में ऑल इज वेल वाली फीलिंग्स अब देखी जा रही है। अब सब ये जानने में लगे हैं कि मुलाकात हुई, क्या बात हुई? लेकिन शायद दोनों ने तय किया है कि ये बात किसी से ना कहना…
विपक्ष को दिया कड़ा संदेश
इस मुलाकात के बाद अमित शाह ने मंच से विपक्ष को कड़ा संदेश देते हुए कहा कि लोग लार टपकाना बंद करें, नीतीश कुमार कहीं नहीं जाएंगे। हमारा गठबंधन मजबूत है और हम मिलकर बिहार में लोकसभा की 40 की 40 सीट जीतेंगे।
महागठबंधन में छायी मायूसी
उनके इस कांफिडेंस और नीतीश कुमार के चेहरे की मुस्कुराहट बहुत कुछ बयां कर रही है जिससे विरोधी खेमे में मायूसी छायी हुई है। तेजस्वी यादव ने ट्विटर और फेसबुक के जरिए दोनों पर जमकर तंज कसा। तेजस्वी ने ट्वीट में लिखा कि अब नीतीश चाचा गिरिराज के साथ मिलकर सांप्रदायिकता की लड़ाई लड़ेंगे। इसपर यूजर्स ने उन्हें तरह-तरह की हिदायतें दे डालीं।
जदयू-भाजपा का तेजस्वी पर तंज
वहीं उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर विपक्ष पर तंज कसा कि हमारे गठबंधन का कंफर्ट लेवल इतना बढ़ गया है कि विपक्षी डेंजर जोन में आ गए हैं। तेजस्वी ने एक कार्टून भी पोस्ट किया। इस ट्वीट पर जदयू नेता नीरज कुमार ने सवाल पूछा कि परदेसी ट्विटर बउआ जी, बिहार में सुशासन है। यह देश दुनिया जानती है। आपके अवैध सम्पत्ति के लिए तो दानकर्ता दोषी हैं। आपके परिवार के पास तो सम्पत्ति दान के कारण बढ़ी वरना आपके पिता तो गरीब परिवार में जन्मे थे। दानकर्ता को आपके परिवार के अलावा कोई नहींं मिला?
सुशील मोदी ने तेजस्वी को जवाब देते हुए ट्वीट किया कि जिनके माता-पिता के राज में चारा घोटाला, अलकतरा घोटाला और बीएड घोटाला होने से बिहार शर्मसार हुआ वे खुद भी फर्जी कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपये की बेनामी सम्पत्ति बनाने के मामले में जांच एजेंसियों का सामना कर पारिवारिक परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन सरकार को बदनाम करने के लिए भ्रष्टाचार के चूहे पकडऩे का नाटक कर रहे हैं।
साग-रोटी व ट्रैक्टर की सवारी में व्यस्त रहे तेज प्रताप
वहीं इन सबसे अलग लालू के बड़े बेटे तेजप्रताप अपनी सत्तू पार्टी और साग रोटी में लगे हुए हैं। कभी वो सड़कों पर रिक्शा चलाते नजर आते हैं तो कभी ट्रैक्टर। सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरों पर लोग खूब प्रतिक्रिया दे रहे हैं।