WHO : भारत व ब्राजील में कोरोना की बढ़ती स्थिति पर जताई चिंता
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को चेताया कि वैक्सीन की मजबूत दावेदारी के बावजूद कोविड-19 का प्रभावकारी इलाज का रास्ता अभी दूर है. WHO प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस ने कहा कि स्थिति अभी सामान्य होने में काफी वक्त लगेगा.
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के खिलाफ कुछ वैक्सीन के नतीजे उम्मीद के मुताबिक मिले हैं लेकिन शायद कोविड-19 के प्रभावी इलाज की मंजिल तक नहीं पहुंचा जा सकता. दुनिया के हालात सामान्य होने में अभी बहुत वक्त लगेगा.
WHO प्रमुख टेड्रोस अधानोम घेब्रेयेसस और आपातकालीन प्रमुख माइक रायन ने दुनिया की सरकारों पर जोर दिया कि उन्हें सख्त कदम उठाने होंगे. मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग, हाथ धोना और जरूरत पड़ने पर टेस्ट कराने के उन्होंने उपाए सुझाए.
जिनेवा में WHO के मुख्यालय से वर्चुअल न्यूज ब्रीफिंग के जरिए उन्होंने कहा सभी लोग और सरकारों तक ये संदेश बहुत स्पष्ट है यानी ‘हर मुमकिन कदम उठाएं’. बहुत सारी वैक्सीन इस वक्त तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल में हैं और हम उम्मीद कर रहे हैं
कि लोगों को इन्फेक्शन से बचाने के लिए बन जाएंगी मगर इसके बावजूद इस वक्त कोरोना का कोई रामबाण इलाज नहीं है और शायद कभी होगा भी नहीं.” WHO ने बताया कि अभी हालात सामान्य होने में और वक्त लग सकता है.
रायन ने ब्राजील और भारत जैसे देशों में ट्रांसमिशन रेट ज्यादा है और उन्हें बड़ी जंग के लिए तैयार रहना चाहिए. अभी इससे बाहर निकलने का रास्ता लंबा है और इसमें प्रतिबद्धता की जरूरत है.
WHO ने आगे बताया कि चीनी और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की बड़ी टीम वुहान जाएगी और वहां वायरस की उत्पत्ति के बारे में शोध करेगी. 10 जुलाई को चीन के दौरे पर गई WHO की टीम ने अपना मिशन पूरा कर लिया है.
जिससे कोरोना वायरस के इंसानों तक पहुंचने के बारे में शोध को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी. हालांकि समय और टीम के बारे में तस्वीर अभी साफ नहीं है. टेड्रोस ने कोविड-19 पीड़ित महिलाओं से ब्रेस्ट फीडिंग कराने की अपील की. उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण के खतरे को कम करने में मदद मिलती है.