COVID-19 के मध्य चंबा के डीसी ने एक और कारनामे को दिया अंजाम , जम्मू भक्तों के लिए खोले मंदिरों के दरवाजे
कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया ग्रसित है. वही इस बीच हिमाचल में COVID-19 के बढ़ते मामलों के मध्य चंबा के डीसी विवेक भाटिया ने एक और कारनामे को अंजाम दिया है. COVID-19 के बीच जहां हिमाचल के श्रद्धालुओं के लिए गवर्मेंट ने मंदिरों के दरवाजे बंद कर रखे हैं, वहीं डीसी चंबा ने जम्मू-कश्मीर के डोडा शहर के श्रद्धालुओं के लिए मणिमहेश यात्रा के लिए मंदिरों के फाटक खोल रखे हैं. शनिवार व् रविवार को पड़ोसी प्रदेश से 40 श्रद्धालुओं का जत्था जन्माष्टमी स्नान के लिए भरमौर पहुंचा है.
11 अगस्त रात्रि से 12 अगस्त प्रातः जन्माष्टमी स्नान के लिए कुछ ने चौरासी मंदिर में डेरा जमा रखा है, जिस मंदिर में सामान्य लोगों के प्रवेश पर पाबंदी हैं, वहां इतनी संख्या में जम्मू से भक्तों के पहुंचने तथा कुछ के चौरासी परिसर में रुकने का मामला उठने के पश्चात् आनन-फानन में प्रशासन ने जत्थे के साथ आए मुख्य लोगों के साथ संपर्क साधना आरम्भ कर दिया है. तत्पश्चात, 15 भक्तों को ही डल झील तक जाने पर अनुमति प्राप्त हुई. बाकी बचे हुए किसी सराय में ठहराए जाएंगे.
अब सवाल ये उठता है कि यदि 15 को ही डल तक भेजना था, तो 40 को अनुमति क्यों दी? अभी हाल ही में मणिमहेश न्यास कमिटी की बैठक में जन्माष्टमी स्नान के दिन मणिमहेश तक केवल नौ लोगों के जाने का निर्णय हुआ था. वही दूसरी तरफ चंबा में COVID-19 के मामलों के चलते खौफ है. अकेले धड़ोग इलाके में ही तीन दिन में 70 केस आ चुके हैं, ऐसे में जत्थे का गई गावों से गुजरना तथा मंदिरों तक पहुंचना संकट का विषय बना है तथा लोगों में इसपर क्रोध बना हुआ है. इस बारे में डीसी तथा डीपीआरओ चंबा से लिखित में सुचना लेनी चाही, किन्तु खबर लिखे जाने तक कोई जवाब नहीं प्राप्त हुआ. वही अब पुरे मामले की जाँच की जा रही है.