राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के राष्ट्रीय अधियक्ष शशांक शेखर सिंह पुष्कर ने बताया
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता का बयान जातिगत व सामाजिक उन्माद फ़ैलाने की कोशिश मात्र है सपा,भाजपा,बसपा जैसे दलों की ही भाति संजय सिंह उन्मादित शब्दों का प्रयोग कर रहे है
जिसकी पटकथा उत्तर प्रदेश के 2022 के चुनाव में नजर आएगी दलितों,पिछडो अल्पसंख्यको के काम पर राजनीती करनेवाले आकाओ को भी देश के नौ जवान मुँह तोड़ जवाब देने का मन बना चूका है
ऐसे में जात,धर्म ,मजहब संप्रदाय के मान पर वोट बैंक समझने वाली पार्टीयो की गलतियों को आप प्रवक्ता दोहराने की कोशिश कररहे है
और उन्होंने कहा जिसको राष्ट्रवादी युवा अधिकार मंच के बैनर तले प्रदेश व देश का 70 % नौ मुँह तोड़ जवाब देगा आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर टिप्पणी करने के मामले में लखीमपुर खीरी में एफआईआर दर्ज की गई है.
दरअसल, अरविंद गुप्ता नाम के युवक ने गोला गोकर्णनाथ कोतवाली में तहरीर दी थी. तहरीर के आधार पर धारा 153A. 505(2) में मुकदमा दर्ज किया गया है.
शिकायतकर्ता अरविंद ने कहा कि 12 अगस्त को संजय सिंह ने अपने सहयोगी सभाजीत सिंह और बृजकुमारी के साथ प्रेस कांफ्रेंस की. इसकी रिपोर्ट 13 अगस्त को समाचार पत्रों में छपी.
इसमें संजय सिंह ने मुख्य आरोप लगाए हैं कि प्रदेश में लोगों को चुन-चुनकर मारा जा रहा है. ब्राह्मणों पर अत्याचार हो रहा है. किसी भी ब्राह्मण से पूछ लें वह आपको मुख्यमंत्री के खिलाफ गुस्सा बताएगा.
भाजपा के 58 विधायक ब्राह्मण हैं और वो भी बहुत गुस्सा हैं.उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ब्राह्मण हैं, लेकिन वह आवाज नहीं उठाते.
डिप्टी सीएम केशव मौर्य एक भी मौर्य का काम नहीं करा पाए. राष्ट्रपति दलित हैं, उन्हें भी राम मंदिर शिलान्यास में नहीं बुलाया गया.केवल ठाकुरों का काम हो रहा है.
राजभर, कुर्मी, यादव, सोनकर, निषाद, तेली, नाई आदि सरकार से नाराज हैं. उन्होंने इन वर्गों से नियुक्त डीम और एसपी की संख्या भी पूछी.
शिकायत में अरविंद ने आप नेता पर आरोप लगाया है कि उन्होंने समाज को बांटने व सामाजिक समरसता बिगाड़ने के उद्देश्य से बयानबाजी की है. उन्होंने इसमें राष्ट्रपति, मुखयमंत्री, विधायकों को भी नहीं छोड़ा है. इन्होंने संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन किया है.
मामले में एसपी सतेंद्र सिंह ने बताया कि आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने अपने सहयोगी सभाजीत सिंह के साथ 12 अगस्त 2020 को कुछ आपत्तिजनक बातें कही थीं.
मामले में वादी अरविंद कुमार गुप्ता, निवासी अलीगंज थाना गोला, द्वारा तहरीर दी गई है, उसी के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है. जांच की जा रही है.