जयपुर शहर के ब्रह्मपुरी इलाके में पानी में डूबी कारें मचा हाहाकार
राजधानी जयपुर में हो रही मूसलाधार बारिश ने बरसों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. पिकंसिटी में गत करीब 5 घंटों से चल रही मूसलाधार बारिश से शहर में हाहाकार मचा हुआ है.
शहर की कोई सड़क और कोई गली ऐसी नहीं बची है जहां पानी का रैला नहीं बह रहा हो. मौसम विभाग दोपहर करीब ढाई बजे तक फिर भारी बारिश की चेतावनी दी है.
वहीं अगले 24 घंटे मरूधरा के लिये बारिश के लिहाज से भारी बताये गये हैं. सुबह 11.30 बजे तक एयरपोर्ट पर 96 एमएम बारिश दर्ज की गई है. सीएमओ लगातार पूरे हालात पर नजर बनाये हुए है.
जयपुर में चल रही मूसलाधार बारिश के कारण शहर में हाहाकार मच गया है. शहर के परकोटे में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया है. निचले इलाके में स्थित बस्तियां तो पूरी तरह से जलमग्न हो ही गई हैं, वहीं शहर के पॉश इलाके भी पानी के बहाव की चपेट में हैं.
शासन सचिवालय के सामने स्थित सेंट्रल पार्क की दीवार भारी बारिश के कारण ढह गयी है. प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल के कुछ वार्डों में पानी भर जाने की सूचना है.
हालांकि अभी तक बारिश का आधिकारिक आंकड़ा सामने नहीं आया है, लेकिन जानकारों का कहना है कि 1981 के बाद शहर में पहली बार इतनी बारिश हुई है.
बारिश के चलते गुलाबी नगरी की सड़कों ने नदियों को रूप ले रखा है. इस दौरान होटल फेयरमोंट से कांग्रेस विधायकों को लेकर विधानसभा आ रही दो बसें भी पानी में फंस गई.
विधायकों की यह बसें जोरावर सिंह गेट में पानी में फंस गई. बाद में बस को निकालने के लिए वहां पुलिस की गाड़ी पहुंची. करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद बसों को वहां से निकाला जा सका. वहीं राजस्थान रोडवेज के मुख्यालय में भी पानी घुस गया.
शहर के ब्रह्मपुरी इलाके पानी इस कदर भरा कि वहां खड़ी सभी कारें पानी में पूरी तरह से डूब गईं. जल महल में अत्यधिक भराव की वजह से वहां की मोरी को खोल दिया गया.
इसके चलते पानी जयसिंहपुरा खोर की बस्ती में घुस गया वहां कई मकान जलमग्न हो गए. सीएमओ ने प्रशासन को निर्देश दिये हैं कि जलभराव में फंसे लोगों को प्राथमिकता से निकालें.
शहर में बाढ़ जैसे हालात को देखते हुए जिला प्रशासन ने हेल्प लाइन नंबर जारी किये हैं. वहीं एसडीआरएफ ने शहर के अलग-अलग इलाकों में पांच टीमों को तैनात किया है.