गोरखपुर में जीडीए को नहीं मिल रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्र आवेदक, खाली हैं इतने मकान
मानबेला में जीडीए (गोरखपुर विकास प्राधिकरण) की ओर से निर्मित प्रधानमंत्री आवास योजना के आरक्षित श्रेणी के आवासों के लिए पात्र आवेदक नहीं मिल रहे हैं। अंतिम तिथि एक महीना बढ़ाने के बाद भी सभी आवासों के लिए आवेदन नहीं आ सके थे।
खाली हैं 238 आवास
जीडीए की ओर से 1480 आवास बनाए गए हैं। एक आवास की कीमत साढ़े चार लाख रुपये है। जिसमें से ढाई लाख योजना के तहत सरकार को देना है, शेष दो लाख रुपये का भुगतान आवंटियों को करना है। प्राधिकरण की ओर से प्रथम चरण में लॉटरी के जरिए 1242 आवास आवंटित कर दिए गए हैं। आवंटियों को ब्याजरहित छह किस्तों में भुगतान की सुविधा भी दी गई है। लॉटरी के बाद भी निराश्रित महिला, बुजुर्ग, आदि श्रेणियों में 238 आवास बच गए थे। इनके लिए प्राधिकरण ने नए सिरे से आवेदन निकाले लेकिन इसमें आरक्षित श्रेणी के लोग ही आवेदन कर सकते हैं। पिछले महीने की जुलाई महीने की 20 तारीख को आवेदन का समय समाप्त हो रहा था लेकिन उसे एक महीना बढ़ा दिया गया। 20 अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है। लेकिन अभी तक सभी आवासों के लिए आवेदन नहीं मिला है। करीब 146 लोगों ने आवेदन किए हैं, जिनका सत्यापन डूडा (डिस्ट्रिक्ट अर्बन डेवलपमेन्ट एजेंसी) के जरिए कराया जा रहा है।
जीडीए के उपाध्यक्ष ने कहा
जीडीए के उपाध्यक्ष अनुज सिंह ने बताया कि मानबेला में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित आवासों में से आरक्षित श्रेणी के लिए आवेदन मंगाए गए हैं। जो आवेदन आए हैं, उन्हें डूडा के पास सत्यापन के लिए भेज दिया गया है। आवेदन के लिए अंतिम तिथि भी बढ़ाई गई है।