रुद्रप्रयाग जिले के उखीमठ ब्लॉक के अंतर्गत गौरीकुंड हाईवे पर स्थित रामपुर बाजार में मंगलवार रात्रि को हुई जोरदार बारिश के बाद मलवा आ गया, जो कई दुकानों के अंदर घुस गया है। वहीं, गौरीकुंड हाईवे भीरी और बांसवाड़ा के बीच मलबा आने से अवरुद्ध है। हाईवे को खोलना का कार्य जारी है। चमोली जिले के पोखरी में चार घरों में भूस्खलन का मलबा घुस गया। वहीं, बदरीनाथ हाईवे, पागलनाला में बदं है, जबकि देवलीबगड़ में हाइवे पर ट्रक दलदल में फंसा है। इससे जाम लगा है। उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे गंगनानी के पास बाधित है, जबकि यमुनोत्री हाईवे डाबरकोट के पास बाधित है। उधर, मसूरी, कोटद्वार, डोईवाला, ऋषिकेश और पौड़ी में बीती रात से रुक रुककर बारिश हो रही है।
बारिश के कारण उत्तराखंड में दुश्वारियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। लगातार भूस्खलन से प्रदेश में 75 से अधिक सड़कों पर आवाजाही ठप है। अकेले पिथौरागढ़ जिले में करीब 40 मार्ग बंद हैं। गढ़वाल में बदरीनाथ, गौरीकुंड समेत कई अन्य प्रमुख मार्गों पर रुक-रुककर मलबा आने का सिलसिला जारी है। इसके अलावा मकान और पुस्ते ढहने के कारण भी काफी नुकसान हुआ है।
रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुंड हाईवे भीरी और बांसवाड़ा के बीच मलवा आने से अवरुद्ध है। हाईवे को खोलने का कार्य जारी है। #Uttarakhandweather #GaurikundHighway pic.twitter.com/k4jVs5iz2x
— sunil negi (@negi0010) August 19, 2020
मौसम विभाग की ओर से अगले दो दिन पिथौरागढ़, बागेश्वर, चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, पौड़ी व नैनीताल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते शासन की ओर से भी उक्त जिलों में सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। उत्तराखंड में मानसून चरम पर है और पहाड़ी क्षेत्र इसकी सबसे ज्यादा मार झेल रहे हैं। मंगलवार को भी पिथौरागढ़ के धारचूला, मुनस्यारी तहसील में भारी बारिश हुई। वहीं, अल्मोड़ा में बारिश व भूस्खलन के कारण रानीखेत-बदरीनाथ हाईवे पांचवें दिन भी बंद रहा। बागेश्वर में बारिश से तीन मकान क्षतिग्रस्त हो गए। यहां 13 सड़कों पर मलबा आने से यातायात ठप है।
पिथौरागढ़ में रात भर हुई भारी वर्षा
मंगलवार रात्रि पिथौरागढ़ के जिले में भारी वर्षा हुई है। टनकपुर तवाघाट हाईवे घाट के निकट बंद है। मलबा हटाने का कार्य चल रहा है। जिले के 27 मार्ग बंद है। तहसील बंगापानी के आपदा प्रभावित लुमती में फिर आपदा आई। उफान में आए नाले के मार्ग बदलने से एक दुकान, एक बाइक और एक जीप बही। लुमती बांसबगड़ में दहशत है। लोगों ने घर छोड़ दिए हैं।
धारचूला क्षेत्र के जुम्मा गांव में भूस्खलन के बाद लापता भागीरथी देवी का मंगलवार देर शाम तक पता नहीं चल सका। वहीं, तहसील बंगापानी के भट्भटा, देवलेक में पड़ी दरारें चौड़ी होती जा रही हैं। यहां 16 से अधिक परिवारों ने मकान छोड़ दिए हैं। चीन सीमा को जोडऩे वाला लिपुलेख मार्ग 15 दिन बाद मंगलवार को खुल गया। अलबत्ता, सीमा को जोडऩे वाले तवाघाट-सोबला-तिदांग मार्ग और मुनस्यारी-मिलम मार्ग अब भी बंद हैं। बारिश से गढ़वाल में 35 संपर्क मोटर मार्ग बाधित हैं, जिससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मंगलवार की सुबह करीब आठ बजे गौरीकुंड हाईवे रुद्रप्रयाग से 45 किमी दूर गुप्तकाशी के पास शेरसी में मलबा आने से बंद हो गया। राष्ट्रीय राजमार्ग की टीम ने करीब चार घंटे बाद मलबा हटाकर आवाजाही सुचारू कराई। इसके अलावा जिले में 13 संपर्क मार्ग भी बंद हैं। गौचर में सुबह करीब 10 बजे कर्णप्रयाग-ऋषिकेश राजमार्ग पर आइटीबीपी परिसर के समीप पहाड़ी से मलबा आने से मार्ग बाधित हो गया। आइटीबीपी व एनएच ने जेसीबी से मलबा हटाकर आवाजाही शुरू कराई।
चमोली जिले में लगातार हो रही बारिश से भनारपानी व क्षेत्रपाल में अवरुद्ध कर्णप्रयाग-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग को मंगलवार सुबह नौ बजे सुचारू कर दिया गया था। ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग तोताघाटी के पास मंगलवार को भी नहीं खुल पाया। रायपुर-कुमाल्डा-कददूखाल राज्य राजमार्ग भी मरोड़ा में भूस्खलन होने से चार दिन से बाधित हैं।
प्रमुख शहरों का तापमान
- शहर———-अधिकतम———-न्यूनतम
- देहरादून——–31.2—————25.5
- मसूरी———-21.1—————-17.2
- टिहरी———-23.6—————-19.0
- उत्तरकाशी—-24.5—————-19.6
- हरिद्वार——-33.7—————-26.8
- जोशीमठ——24.4—————–15.7
- पिथौरागढ़—–28.2—————–19.4
- अल्मोड़ा——-27.5—————–20.5
- मुक्तेश्वर——24.0—————-16.6
- नैनीताल——-22.0—————-18.0
- चंपावत——–26.3—————–20.6
- ऊधमसिंह नगर-34.9————–26.6