बस हाईजैक मामले ने पकड़ा तूल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिपोर्ट की तलब
बस हाईजैक मामले ने तूल पकड़ लिया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना की रिपोर्ट तलब की है. वहीं, उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि श्रीराम फाइनेंस कंपनी के लोगों ने गलत काम किया है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिन्होंने इस काम को अंजाम दिया, उससे जुड़े कंपनी के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी.
फाइनेंस कंपनी द्वारा जबरन ले गए बस के सभी 34 यात्री सकुशल झांसी लौट आए हैं. वहां से सभी अलग-अलग माध्यम से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए. दूसरी तरफ, पुलिस की इन यात्रियों से लगातार बात हो रही है. यात्री झांसी से मध्य प्रदेश की सीमा में भी सकुशल पहुंच चुके हैं.
इससे पहले अगवा बस के सभी 34 यात्रियों को बालाजी ट्रेवल्स कंपनी की एक बस से झांसी भेजने की बात सामने आई थी. मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि मामले में डीएम आगरा व एसएसपी को कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.
अवस्थी ने कहा कि डीएम और एसएसपी से मामले में रिपोर्ट भी तलब की गई है. उन्होंने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं. बस मालिक की मंगलवार रात को ही मौत हुई है और उनके बेटे अंतिम संस्कार में लगे हुए हैं. लिहाजा पूरी जानकारी ली जाएगी.
इस मामले में बस कंडक्टर का भी बयान आया है. कंडक्टर राम विशाल पटेल ने बताया कि दो गाड़ियों से फाइनेंस कंपनी वाले आए थे. वे कह रहे थे कि सेठ ने 8 किश्त नहीं चुकाई है. फोन करने पर फ़ोन नहीं उठता है. उसके बाद वे बस को लेकर चले गए.
फाइनेंस कंपनी की इस गुंडई से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. पुलिस की कई टीमें बस की तलाश में जुटी हैं. फिलहाल बस का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल सका है. हालांकि, पुलिस अधिकारी यह आशंका जाहिर कर रहे हैं कि हो सकता है सवारियां अपने घर चली गई हों.
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों ने बस नंबर UP75M 3516 को ओवरटेक किया और फिर उसे अपने कब्जे में ले लिया. मामले में एफआईआर लिखी जा रही है. अभी तक की तफ्तीश में फाइनेंस कंपनी द्वारा बस को खींचे जाने की पुष्टि हो रही है.