उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम भूमिपूजन के बाद श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन के बाद श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. उधर, श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिल रहा है. श्रद्धालुओं पर आश्रित रहने वाली अयोध्या की अर्थव्यवस्था एक बार फिर पटरी पर आने लगी है.
मठ मंदिरों के बाहर प्रसाद की दुकान लगाने वाले व्यवसायियों ने बताया कि भूमि पूजन के बाद से अयोध्या की रौनक बढ़ी है. श्रद्धालु आ रहे हैं और 3 महीने तक आर्थिक दंश झेलने वाले दुकानदारों के लिए राहत हुई है.
अब रामलला के दरबार में श्रद्धालुओं की भीड़ है तो रामलला के समेत अयोध्या के सभी प्राचीन मंदिरों में भी श्रद्धालुओं आ रहे हैं और दर्शन पूजन कर रहे हैं.
राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद दूर दराज से श्रद्धालुओं ने भी अयोध्या का रुख किया है. अब राम भक्तों यह भी जानना चाहते हैं कि उनके आराध्य का मंदिर किस तरीके से निर्माण हो रहा है, किस तरीके की तैयारियां हैं.
अपने मन की दशा को राम के प्रति समर्पित करते हुए श्रद्धालु लगातार अयोध्या की तरफ रुख किए हुए हैं. अयोध्या आकर अपने आराध्य के मंदिर निर्माण की तैयारियों कुछ देखना चाहते हैं.
गाजीपुर से अयोध्या पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि राम मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद से ही लोगों के मन में भाव है कि राम के मंदिर के निर्माण की तैयारियां देखी जाएं.
500 वर्षों की प्रतीक्षा खत्म हुई है स्वयं प्रधानमंत्री ने राम मंदिर की आधारशिला रखी है तो ऐसे में अब श्रद्धालुओं का आना नियमित जारी रहेगा. अभी तो लोगों की संख्या कम है जिस दिन मंदिर निर्माण युद्धस्तर पर शुरू होगा उस दिन अयोध्या की गलियों में राम भक्तों और श्रद्धालु भरे रहेंगे.
जानकारी के अनुसार अक्टूबर महीने में दशहरे के बाद भव्य रामलीला का आयोजन अयोध्या में किया जाएगा. पूरी रामलीला का प्रसारण उत्तर प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में एलईडी के माध्यम से भी करवाएगी, जिससे इसकी भव्यता ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को दिख सके.
इस बारे मे संस्कृति विभाग संबंधित अधिकारियों और विभाग के मंत्री को पहले ही प्रेजेंटेशन दे चुका है. राम मंदिर के निर्माण के दौरान इस भव्य रामलीला आयोजन के सहारे सरकार भारतीय संस्कृति और इतिहास के प्रसार और प्रचार का काम करेगी.