कोविड-19 के संक्रमण के कारण बिहार के 25 डॉक्टरों की मौत
बिहार में अभी तक करीब 25 लाख लोगों की कोरोना वायरस को लेकर जांच हो चुकी है. राज्य में पॉजिटिव दर भी कम होकर 1.97 प्रतिशत है, जबकि देश में 6.7 प्रतिशत है. इस बीच, पटना के पीएमसीएच में 2 डॉक्टर और कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और उनका इलाज किया जा रहा है.
बता दें कि इससे पहले रविवार को पटना के एम्स में दो डॉक्टरों की मौत हो गई थी. अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने एक आंकड़ा जारी कर कहा है कि बिहार में कोरोना से अब तक 25 डॉक्टरों ने अपनी जान गंवाई है. IMA ने इनकी सूची जारी करते हुए सरकार से डॉक्टरों के परिवारों की आर्थिक मदद देने की गुहार लगाई है.
IMA ने मृतक डॉक्टरों की जो सूची जारी की गई है, इनमें सबसे अधिक पटना में 7 डॉक्टरों की मौत हुई है. इनमें पीएमसीएच में ईएनटी विभाग के डॉ एनके. सिंह, डॉ अवधेश प्रसाद सिंह, पीएमसीएच के रेडियोथेरेपी विभाग से सेवानिवृत्त डॉ मिथिलेश कुमार सिंह, सीनियर डेंटल सर्जन डॉ गोविंद प्रसाद, डॉ परमानंद कुमार, पटना के डॉ यूके श्रीवास्तव और डॉ दीपक शामिल हैं.
इनके अलावा अलावा कोविड 19 से संक्रमित हुए मुजफ्फरपुर के डॉ संजीव कुमार, डॉ वी बीपी सिन्हा, समस्तीपुर के सिविल सर्जन रहे डॉ रति रमण झा और डॉ पी महतो, भागलपुर के डॉ आर बी झा, छपरा के डॉ आनंद शंकर, कटिहार के डॉ दीनानाथ पोद्दार और दरभंगा के डॉ अवध किशोर प्रसाद की भी मौत कोरोना संक्रमण से हुई है.
वहीं, वैशाली के डॉ अविनाश कुमार एस, गया के डॉ. अश्वनी नंदकुलियार, भोजपुर के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ कल्याण कुमार, अररिया के डॉ जी एन शाह, सुपौल के डॉ महेंद्र चौधरी, पूर्वी चंपारण के डॉ नागेंद्र प्रसाद और जहानाबाद के डॉ के राजन कुमार ने भी अपनी जान कोरोना के कारण गंवा दी है.