बीजेपी नेता बंशीधर भगत में मिले कोरोना के लक्षण
उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. बीते शुक्रवार देर रात उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट पॉजीटिव पाई गई है.
इसके बाद भगत ने खुद को आइसोलेट कर लिया है. भगत के कोरोना पॉजिटिव होने को लेकर ज्यादा चर्चाएं इसलिए हो रही हैं, क्योंकि वह अपने गले में Corona से बचाने वाला केमिकल का एक पाउच लटकाए रहते थे. भगत का दावा था कि इस पाउच के रहने से एक मीटर के दायरे में कोई वायरस नहीं आ सकता है.
इधर, बंशीधर भगत के COVID-19 पॉजीटिव आने की सूचना मिलते ही बीजेपी नेताओं में हड़कंप मचा हुआ है. क्योंकि पिछले एक हप्ते में भगत पार्टी के कई सीनियर लीडर से मुलाकात कर चुके हैं. 70-साल से अधिक उम्र के बंशीधर भगत 21 अगस्त को यमुना कॉलोनी स्थित आवास आर-5 में शिप्ट हुए थे. इस दिन भगत ने गृह प्रवेश पर समारोह का आयोजन किया था. बड़ी संख्या में नेता, पत्रकार और पार्टी वर्कर्स इस प्रोगाम में मौजूद थे. इसी कार्यक्रम में भाजयुमो के प्रदेश उपाध्यक्ष और बंशीधर भगत के बेटे विकास भगत भी मौजूद थे.
कार्यक्रम के अगले दिन हल्द्वानी लौटे विकास भगत की तबीयत खराब हुई तो उन्होंने अपना कोरोना टेस्ट कराया. शुक्रवार को रिपोर्ट आई तो विकास भगत कोरोना पॉजिटिव निकले. इसके बाद बंशीधर भगत ने भी शुक्रवार को खुद को आईसोलेट कर अपना टेस्ट कराया तो भगत भी पॉजीटिव निकल गए. भगत को भी पैरों में दर्द और हल्के बुखार की शिकायत बताई जा रही है.
24 अगस्त को भगत के घर पर एक और बडा आयोजन हुआ था. भगत ने इस दिन अपने आवास पर पत्रकारों को लंच पर इनवाइट किया था. मौका था खानपुर विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन की पार्टी में वापसी का. 24 अगस्त की सुबह पहले भगत सीएम आवास पहुंचे थे. यहां विधायक कुंवर प्रणव चैँपियन भी बुलाए गए थे. सीएम से मंत्रणा के बाद भगत अपने आवास पर पहुंचे जहां कार्यक्रम रखा गया था. पार्टी महामंत्री कुलदीप कुमार, राजेंद्र भंडारी, अजेंद्र अजय भी इसमें शामिल हुए तो राज्य मंत्री धन सिंह रावत, मीडिया प्रभारी देवेंद्र भसीन समेत कई पत्रकार मौजूद थे.
उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष बंशीधर भगत पर पहले भी कोरोना को लेकर लापरवाही के आरोप लगते रहे हैं. कई मौकों पर बिना मास्क नजर आए भगत मीडिया की सुर्खियां और विपक्ष के निशाने पर भी बने रहे. भगत इसके जवाब में गले में लटके कोरोना लॉकेट का हवाला देते रहे है. भगत के गले में clo2 केमिकल का एक पॉउच हर समय लटका रहता था. भगत कहते थे कि इस पाऊच को लगाने से से दो महीने तक एक मीटर की परिधि में कोई भी वायरस नहीं फटकता. इसी के सहारे भगत कोरोना संक्रमण को लेकर कई बार बेफिक्र नजर आते थे. कोरोना संक्रमित होने तक उनके गले में ये लॉकेट टंका हुआ था.