पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में तीन नाम लिए और तीनों की खूब तारीफ की जाने क्या है नाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिये देशवासियों को संबोधित किया. यह उनके मन की बात 2.0 का 15वां संस्करण था. इस दौरान उन्होंने भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर बात की. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के लिए सब मिलकर खिलौने बनाएं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपने संबोधन में तीन खास कुत्तों का भी जिक्र किया. इनका नाम रॉकी,सोफी और विदा है. उन्होंने इनके काम की तारीफ की.
रॉकी नाम का कुत्ता महाराष्ट्र की बीड़ पुलिस के डॉग स्क्वाड का हिस्सा था. वह बहुत ही सूझबूझ वाला कुत्ता था. उसे आपराधिक मामलों को सुलझानें में पुलिस की मदद करने के लिए प्रशिक्षित किया गया था. 15 अगस्त को रॉकी की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई थी. इससे बीड़ पुलिस को बड़ा झटका लगा था.
पुलिस के अनुसार रॉकी ने अपने जीवन में पुलिस के 356 केस सुलझाने में मदद की थी. रॉकी हर पुलिसवाले का चहेता भी था. उसकी मौत पर बीड पुलिस ने उसे पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी थी. बीड पुलिस ने इस पर 15 अगस्त को ट्वीट भी किया था आज सुबह बीड पुलिस के साथी रॉकी का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया.
सोफी और विदा को मिला सम्मान
वहीं सोफी और विदा भारतीय सेना के जांबाज कुत्ते हैं. दोनों को 15 अगस्त को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान विभिन्न अभियानों में उनकी भूमिका के चलते दिया गया है. कमेंडेशन कार्ड कुत्ते को ड्यूटी के दौरान बेहतर प्रदर्शन के लिए दिया जाता है.
पीएम मोदी ने ये कहा
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा बीते दिनों जब हम अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहे थे, तब एक खबर पर मेरा ध्यान गया. ये खबर भारतीय सेना के कुत्तों सोफी और विदा की है. सोफी और विदा को अपने देश की सेवा करते हुए अपना कर्तव्य बखूबी निभाने के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ कमेंडेशन कार्ड से सम्मानित किया गया है.
रॉकी के लिए पीएम ने कही ये बात
पीएम मोदी ने संबोधन में कहा कुछ दिन पहले ही आपने शायद टीवी पर एक बड़ा भावुक करने वाला दृश्य देखा होगा, जिसमें बीड पुलिस अपने साथी डॉग रॉकी को पूरे सम्मान के साथ आख़िरी विदाई दे रही थी. रॉकी ने 300 से ज्यादा केसों को सुलझाने में पुलिस की मदद की थी.
बीड पोलिसांतील श्वान सेनानी रॉकी याचे आज पहाटे 4.00 वा दीर्घ आजारातून दुःखद निधन झाले.या सेनानीने बीड पोलिसांतील 356 गुन्ह्याच्या तपासात कार्य करून गुन्हे उघडकीस आणले आहेत.या शहीद श्वान सेनानीला शोकाकूल बीड पोलीस परिवाराकडून शोक सलामी देऊन भावपूर्ण श्रद्धांजली अर्पण करण्यात आली. pic.twitter.com/8X2qD3TLTw
— SPBeed (@BEEDPOLICE) August 15, 2020
कुत्तों की आपदा प्रबंधन और राहत कार्य में भी बहुत बड़ी भूमिका होती हैं. भारत में तो एनडीआरएफ ने ऐसे दर्जनों कुत्तों को विशेष प्रशिक्षण दिया है. कहीं भूकंप आने पर, इमारत गिरने पर, मलबे में दबे जीवित लोगों को खोज निकालने में ये बहुत एक्सपर्ट होते हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा साथियों, मुझे यह भी बताया गया कि भारतीय प्रजाति के कुत्ते भी बहुत अच्छे होते हैं, बहुत सक्षम होते हैं. आप इन्हें अपना सकते हैं. जब देश हर क्षेत्र में स्वदेशी हो रहा है तो इसमें पीछे क्यों रहे. अब हमारी सुरक्षा एजेंसियां भी इंडियन ब्रीड के कुत्तों को अपने सुरक्षा दस्ते में शामिल कर रही हैं. अगली बार जब आप भी कुत्ता पालने की सोचें तो आप भी जरूर इंडियन ब्रीड के कुत्ते घर लाएं.