कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर उठाया इवीएम का मुद्दा….
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर इवीएम मुद्दे को उठाया है। दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने एक वीडियो साझा करते हुए अपने ट्विटर अकाउंट पर भारतीय राजनीति को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने लिखा कि इवीएम भारतीय लोकतंत्र को तबाह कर रहा है। टेक्नोलॉजी के माध्यम से संसदीय चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली की जा रही है। उन्होंने कहा कि 2024 भारतीय राजनीति का अंतिम चुनाव होगा अगर हम बैलट पेपर द्वारा चुनाव कराए जाने की प्रक्रिया पर दोबारा नहीं लौटे।
दिग्विजय सिंह ने कैरल कैडवॉलर (Carole Cadwalladr) का एक वीडियो साझा किया है, जिसमें वह बता रही हैं कि किस तरीके से फेसबुक के माध्यम से कैंब्रिज एनालिटिका चुनावों को प्रभावित करती है। उन्होंने अपने वीडियो के एक छोटे से अंश को ट्विटर पर साझा किया है, जिसे अब तक 6 मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं। इस वीडियो में वह चुनावों में टेक्नोलॉ़जी के माध्यम से किए जाने वाले हेर-फेर पर चर्चा कर रही हैं।
अपने अगले ट्वीट में दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश के शिवराज सरकार पर निशाना साधा। दिग्विजय ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने गौशालाओं के लिए 132 करोड़ का प्रावधान रखा था, जिसे बीजेपी सरकार ने घटाकर 11 करोड़ कर दिया है। अब आप ही बताईए कौन है गौ माता का असली भक्त, कमलनाथ जी या शिवराज सिंह चौहान जी?’
वहीं, सुधा भारद्वाज का मसला उठाते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि अत्यंत दुख की बात है कि हार्वर्ड लॉ स्कूल द्वारा सम्मानित एक प्रतिष्ठित वकील, जिसे उच्च न्यायालय में जज बनने के लिए भारत में आमंत्रित किया गया था, पिछले 2 वर्षों से बिना किसी मुकदमे और सबूत के जेल में है। निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उसकी जमानत अर्जी खारिज हो चुकी है।
बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनावों के बाद से ईवीएम द्वारा चुनाव कराए जाने का कई राजनीतिक दल विरोध कर चुके हैं। पार्टी में चल रही कलह के बीच दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर इस मुद्दे को हवा दे दी है।