राजीव गांधी फाउंडेशन की फंडिंग को लेकर bjp ने किया बड़ा खुलासा
बीजेपी ने राजीव गांधी फाउंडेशन की फंडिंग को लेकर बड़ा खुलासा किया है. बीजेपी ने दावा किया है कि राजीव गांधी फाउंडेशन को जाकिर नाईक, मेहुल चोकसी की कंपनियों से डोनेशन मिलता रहा है. इसके अलावा बीजेपी प्रवक्ता संबंत पात्रा ने यस बैंक के राणा कपूर और जिग्नेश शाह का भी नाम लिया है. पात्रा ने कहा, राजीव गांधी फाउंडेशन को डोनेशन मिलना कोई संयोग नहीं था, ये सोची-समझी साजिश थी.
पात्रा ने कहा, मेहुल चोकसी पंजाब नैशनल बैंक फ्रॉड केस में मुख्य आरोपी है. राजीव गांधी फाउंडेशन को कई लाख रुपये मेहुल चौकसी से मिले हैं. मेहुल चौकसी के नाम पर गीतांजलि ग्रुप नाम से एक कंपनी है. गीतांजलि इंफ्राटेक प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत एक पेपर मेन्युफेक्चरिंग कंपनी है, जिसका नाम मेसर्स नवीराज एस्टेट्स प्राइवेट लिमिटेड है. नवीराज एस्टेट्स ने 29 अगस्त 2014 को राजीव गांधी फाउंडेशन को चेक नंबर- 676400 से 10 लाख रुपये डोनेट किए थे. इस कंपनी में 99.99 फीसदी हिस्सेदारी रोहन चौकसी की है. रोहन, मेहुल चौकसी का बेटा है. मेहुल चौकसी भी इस कंपनी में डायरेक्टर है.
पात्रा ने आगे कहा, 2011-12 और 2013-14 में इस पेपर मेन्युफेक्चरिंग कंपनी की कोई बिजनेस एक्टिविटी नहीं हुई है. उसके बावजूद गीतांजलि इंफ्राटेक से नवीराज एस्टेट्स के पास 47.78 करोड़ और 24.45 लाख रुपये जाता है. इसके बाद ये पैसा राजीव गांधी फाउंडेशन को जाता है.
संबंत पात्रा ने दूसरा खुलासा यस बैंक के राणा कपूर का कांग्रेस से कनेक्शन को लेकर किया है. पात्रा ने कहा, यस बैंक स्केम का आरोप राणा कपूर आज सलाखों के पीछे है. ये सब जानते हैं कि राणा कपूर ने साल 2010-12 के बीच गांधी परिवार से दो करोड़ रुपये की एक पेंटिंग खरीदी थी, ताकि एक परिवार के साथ अच्छे संबंध बनाए जा सके. अब नया खुलासा ये है कि 14 सितंबर 2016 को राणा कपूर ने 9.45 लाख रुपये यस बैंक से राजीव गांधी फाउंडेशन को डोनेट किए थे. ये राणा का निजी पैसा नहीं था, बल्कि जनता का पैसा डायवर्ट किया गया.
संबंत पात्रा ने तीसरा नाम लिया जिग्नेश शाह का लिया. पात्रा ने कहा जिग्नेश शाह एनएसईएल घोटाले के लिए फेमस है. एनएसईएल के खिलाफ पहले ही पीएमएलए का मामला चल रहा है. नया खुलासा ये है कि 27 अक्टूबर 2011 को FTIL ने राजीव गांधी फाउंडेशन को करीब 50 लाख रुपए डोनेशन दिया. जिग्नेश शाह और FTIL ने 5600 करोड़ रुपए के घोटाला किया है और इस रकम का एक बड़ा हिस्सा राजीव गांधी फाउंडेशन को दिया गया.