अखिलेश यादव की अपने मित्र राहुल गांधी को सलाह, किया ट्वीट
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पहले हमला बोला। इसके बाद राहुल गांधी सदन में ही प्रधानमंत्री की कुर्सी के पास जाकर उनसे गले मिले। राहुल गांधी का पीएम मोदी से गले मिलना आज भी चर्चा का विषय है। इसको लेकर आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपने मित्र राहुल गांधी को नेक सलाह देने वाला ट्वीट किया।
अविश्वास प्रस्ताव पर लोकसभा में शुक्रवार को राहुल गांधी का भाषण के पाद पीएम नरेंद्र मोदी की घटना देश में सुर्खियों में बनी रही। राहुल का पीएम मोदी को गले लगाने और बाद में आंख मारने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल भी हुआ। इसकी व्याख्या लोगों ने अपने तरीके से की, लेकिन यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अब इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
अखिलेश ने जाने-माने उर्दू के शायर बशीर बद्र का शेर ट्वीट करते हुए लिखा, ‘कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से , ये नए मिज़ाज का शहर है ज़रा फ़ासले से मिला करो’। उन्होने इस ट्वीट में शुक्रवार को लोकसभा में हुई घटना का कोई जिक्र नहीं किया, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि उन्होंने राहुल के पीएम को गले लगाने पर ही यह ट्वीट किया है। पीएम नरेंद्र मोदी के साथ राहुल गांधी के कल गले मिलने के प्रकरण पर आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से एक शेर पोस्ट किया है। माना जा रहा है कि इस ट्वीट के जरिए अखिलेश ने अपने दोस्त कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को इशारों ही इशारों में नसीहत दे डाली है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जाने-माने शायर बशीर बद्र का एक शेर ट्विटर पर पोस्ट किया है, कोई हाथ भी न मिलाएगा जो गले मिलोगे तपाक से, ये नए मिजाज का शहर है जरा फासले से मिला करो।
गौरतलब है कि कल लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने अपने भाषण पर मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। इसके बाद अपने भाषण के अंत में उन्होंने किसी के लिए दिल में नफरत न होने की बात कहकर अचानक से पीएम मोदी के पास जाकर उन्हें गले से लगा दिया। इस दौरान राहुल गांधी ने पहले पीएम मोदी से अपनी सीट पर उठने का आग्रह किया, जब पीएम नहीं उठे तो राहुल बैठे-बैठे उनके गले लग गए। इस पर बाद में पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान चुटकी लेकर कहा था किर राहुल गले नहीं लगे बल्कि गले पड़ गए थे।
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भाषण दिया। राहुल गांधी ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने मुझे हिंदू होने का मतलब समझाया है। राहुल गांधी पहली बार खुद को पप्पू कह मजाक उड़ाए जाने पर बोले और कहा कि आप भले ही मुझे पप्पू कहें लेकिन मुझे गुस्सा नहीं आता, मैं नफरत नहीं करता। भाषण के आखिर में यह सब कहने के बाद राहुल गांधी पीएम नरेंद्र मोदी की सीट पर गए और उन्हें गले लगाया।